Eksandeshlive Desk
पूर्वी सिंहभूम : टेल्को थाना क्षेत्र के सालगाझुड़ी स्थित फ्लाई ऐश पाउंड के पास स्थापित भगवान बिरसा मुंडा की प्रतिमा, बोर्ड और बैनर शनिवार देर रात असामाजिक तत्वों की ओर से क्षतिग्रस्त कर दिए गए। इस घटना के बाद आदिवासी समाज में भारी आक्रोश फैल गया है। यह प्रतिमा बिरसा मुंडा आदिवासी कल्याण ट्रस्ट, सालगाझुड़ी की ओर से वर्ष 2022 में स्थापित की गई थी और आदिवासी समाज के लिए आस्था का केंद्र बन चुकी थी। आदिवासी सुरक्षा परिषद महानगर के अध्यक्ष एवं ट्रस्ट के मुख्य ट्रस्टी राम सिंह मुंडा ने रविवार को प्रेस विज्ञप्ति के माध्यम से घटना की जानकारी दी।
उच्चस्तरीय जांच और दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की मांग : राम सिंह मुंडा ने बताया कि यह कोई पहली घटना नहीं है। इससे पहले 18 जनवरी 2025 को आदिवासी पूजा स्थल पर झंडे और लगभग 100 फलदार पेड़-पौधे नष्ट किए गए थे, जिसका मामला अनुमंडल दंडाधिकारी के न्यायालय में विचाराधीन है। उन्होंने कहा कि कुछ असामाजिक तत्वों को आदिवासी समाज की आस्था के प्रतीकों से आपत्ति है, और इसलिए बार-बार इस तरह के कृत्य किए जा रहे हैं। राम सिंह मुंडा ने इसे आदिवासी भावनाओं को भड़काने की साजिश करार दिया और चेतावनी दी कि यदि जिला प्रशासन इस पर शीघ्र कार्रवाई नहीं करता, तो आदिवासी समाज आंदोलनात्मक कदम उठाने को बाध्य होगा।उन्होंने बताया कि बिरसा मुंडा की प्रतिमा का अनावरण 10 मार्च 2024 को जमशेदपुर सांसद प्रतिनिधि संजीव कुमार, जिला परिषद अध्यक्ष बड़ी मुर्मू, उपाध्यक्ष पंकज सिन्हा और अन्य जनप्रतिनिधियों की ओर से किया गया था। तब से यह स्थान आदिवासी समाज के लिए सांस्कृतिक आयोजनों और महापुरुषों की जयंती मनाने का केंद्र बन चुका है। आदिवासी सुरक्षा परिषद ने घटना की उच्चस्तरीय जांच और दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की मांग की है।