Ashutosh Jha
काठमांडू : आगामी वित्तीय वर्ष 2082/83 के लिए सरकार द्वारा घोषित नए बजट में बीरगंज के नारायणी स्टेडियम की एक बार फिर उपेक्षा किए जाने पर बीरगंज मेट्रोपॉलिटन सिटी के मेयर राजेशमान सिंह ने रोष व्यक्त किया है। नये बजट में काठमांडू के मुलपानी, कीर्तिपुर, मोरंग, कैलाली, रूपन्देही, झापा और सुरखेत जैसे स्थानों में स्टेडियमों के लिए पर्याप्त धनराशि आवंटित की गई है। लेकिन दशरथ स्टेडियम के बाद दूसरे सबसे बड़े बीरगंज स्थित नारायणी स्टेडियम की एक बार फिर उपेक्षा होने पर मेयर सिंह ने सोशल मीडिया के जरिए सरकार के प्रति अपना गुस्सा जाहिर किया है।
मेयर सिंह ने लिखा, ‘वाह! बजट में देश भर में स्टेडियम बनाने की व्यवस्था की जा सकती है, लेकिन बीरगंज स्टेडियम के लिए नहीं? हमारे सपने अक्सर बजट से बाहर रह जाते हैं। खेल के नाम पर समितियां बनाना, फोटो खिंचवाना, पर करना कुछ नहीं! उन्होंने संघीय और मधेश प्रांतीय सरकारों को भी झूठी उम्मीद न देने की चेतावनी दी है। उन्होंने कहा, ‘अगर यह सचमुच संभव नहीं है तो हमें जिम्मेदारी दीजिए, हम खुद स्टेडियम बनाएंगे, बीरगंज के गौरव की रक्षा हम खुद करेंगे।’ महापौर सिंह ने नारायणी स्टेडियम की ऐतिहासिकता, क्षमता और वर्तमान स्थिति का हवाला देते हुए कहा कि संघीय सरकार द्वारा इसकी बार-बार उपेक्षा करना अन्यायपूर्ण और अपमानजनक है।