सोशल मिडिया पर अफवाह फैलाने वाले गलत तस्वीर डालने वाले नपेंगे — मधुसूदन मोदक
Eksandesh Desk
गोड्डा: आज नगर थाना गोड्डा में नगर थाना प्रभारी मधु सूदन मोदक के आह्वान पर बकरीद त्यौहार के पूर्व शांति समिति की बैठक आयोजित की गई। जिसमे प्रशासन की ऒर से अंचल अधिकारी गोड्डा, उपस्थित हुए। बैठक में अल्पसंख्यक वर्ग के जन प्रतिनिधि के साथ बहुसंख्यक समाज के भी कई प्रतिनिधियों ने बैठक में अपनी उपस्थिति दी। झामुमो के पूर्व अध्यक्ष और केंद्रीय समिति सचिव राजेश मण्डल, जिला भाजपा के पूर्व अध्यक्ष राजेश झा, पूर्व विधायक गोड्डा संजय प्रसाद यादव के प्रतिनिधि विजय मण्डल, अल्पसंख्यको की ऒर से मुजीब सरदार, राजेश अंसारी के साथ अन्य लोग भी शामिल थे। । पुलिस और प्रशासन द्वारा एक सन्देश देने की कोशिश की गई की इस देश के हर नागरिकों को अपने धर्म मजहब, पूजा की धार्मिक स्वतंत्रता है भारतीय संविधान के मुताबिक। थाना प्रभारी पुलिस निरीक्षक मधुसूदन मोदक ने कहा कि शांतिपूर्ण तरीके से त्यौहार मनाएं किसी दुसरे को कोई असुविधा ना हो। प्रेम और भाईचारे के साथ शांतिपूर्ण तरीके से हर्ष और उत्साह के साथ पर्व मनाएं। किसी भी प्रकार से कोई अफवाह फैलाने या गलत तस्वीर सोशल साइट्स पर डालने वाले पर कानूनी करवाई की जाएगी। मुस्लिम समाज में ईद उल-फितर यानि मीठी ईद के बाद ईद उल-अजहा यानि बकरीद दूसरा सबसे बड़ा पर्व है, जिसे पूरे देश में मनाया जाने वाला है. इस्लाम धर्म से जुड़े लोग इस पर्व को हर साल रमजान खत्म होने के लगभग 70 दिन बाद मनाते हैं. धुल्ल हिज – जिल हिज्जा की 10वीं तारीख को मनाई जाने वाली बकरीद के पर्व को कुर्बानी के पर्व के नाम से भी जाना जाता है क्योंकि इस दिन लोग बकरे की कुर्बानी देते हैं. लोगों के जेहन में अक्सर यह सवाल उठता है कि आखिर इस दिन बकरे की कुर्बानी क्यों दी जाती है और क्या है इसके पीछे की मान्यता क्या है? आइए जानते हैं कि आखिर कब कैसे शुरु हुई कुर्बानी की परंपरा?