चंपारण ब्यूरो
नरकटियागंज: ब्रह्माकुमारी संस्था द्वारा एक माह तक मनाए जाने वाले अति महत्वपूर्ण रक्षाबंधन त्यौहार अंतर्गत नरकटियागंज सेवा केंद्र के बहनों द्वारा एस एस बी कैप के जवानो की कलाई पर रक्षा सूत्र बांधी गयी तथा उनका मुंह मीठा करा कर ईश्वरीय सौगात भेंट की गई। सेवा केंद्र प्रभारी बीके अबीता, बीके रेखा, बीके शिला, बीके चंदा बीके अनु बहन ने रक्षा सूत्र बाधा। उस मौके पर रक्षाबंधन के आध्यात्मिक रहस्य पर प्रकाश डालते हुए सेवा केंद्र प्रभारी ने कहा कि जब भारत की भूमि पर धर्म की ग्लानी होती है या नहीं या भूमि और भूमि अपवित्र होती है तब परमपिता परमात्मा यहां अवतरित होकर पवित्रता का रक्षा सूत्र बांधते हैं और सभी के जीवन को सुखमय बनाते हैं। उन्होंने कहा कि शिवरात्रि जो परमात्मा का अवतरण दिन है वे भारत की भूमि पर अवतरित हो कर पवित्रता का रक्षा सूत्र बांधते हैं। जब दुनिया पवित्र हो जाती है तो पवित्र भूमि पर कृष्ण का जन्म होता है। बीके अबीता ने कहा कि रक्षा सूत्र बांधने का रिवाज पहले भी राजवाड़ा परिवार में था। जब राजा महाराजा युद्ध में जाते थे तभी रानियां उनकी कलाई पर रक्षा सूत्र बांधकर उनके सुरक्षित वापसी की कामना करती थी। बाद के दिनों में ब्राह्मणों के द्वारा रक्षा सूत्र बांधना लंबे समय तक चला फिर यह जिम्मेदारी बहने निभाती है। बहने भाई की सुरक्षा तथा पवित्रता का व्रत धारण कराने के लिए रक्षा सूत्र बांधती है। उन्होंने कहा कि सेना के जवान जो घर से दूर रहकर देश की सेवा कर रहे हैं उनके भावना को समझते हुए तथा हम लोगों ने उनके बहन की कमी का एहसास न होने हेतु उनके पास पहुंचकर रक्षा सूत्र बांधकर मुंह मीठा किया गया ताकि वे यह नहीं समझे कि हम अपने बहन से दूर है। हम सभी आपकी बहने हैं जो आपके मंगलमय जीवन की कामना करती है। दूसरी और बगहा सेवा केंद्र के द्वारा भी एसएसबी कैंप जाकर वहां के कमांडेंट एवं अन्य अधिकारी गणो की कलाई पर रक्षा सूत्र बांधी गयी। इसमें बीके पूजा, बीके दुर्गा आदि शामिल हुई सभी ने रक्षा सूत्र बांधने के बाद जवानों का मुंह मीठा कराया तथा उन्हें ईश्वरीय सौगात दी।