बटेश्वर मेहता ने दी शुभांशु शुक्ला को बधाई ,कहा भारत ने अंतरिक्ष विज्ञान में रचा नया इतिहास

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Eksandesh Desk

हजारीबाग:  भारतीय अंतरिक्ष विज्ञान के क्षेत्र में एक और स्वर्णिम अध्याय जुड़ गया है। भारतीय अंतरिक्ष यात्री शुभांशु शुक्ला अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन से सफलतापूर्वक अपने मिशन को पूरा कर धरती पर लौट आए हैं। इस ऐतिहासिक अवसर पर हजारीबाग के जाने-माने समाजसेवी और शिक्षाविद् बटेश्वर मेहता ने शुभांशु शुक्ला और उनकी टीम को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि यह पूरे देश के लिए अत्यंत गर्व और प्रेरणा का क्षण है।

बटेश्वर मेहता ने कहा कि भारत ने आज जिस मुकाम को हासिल किया है, उसमें हमारे वैज्ञानिकों, इंजीनियरों और अंतरिक्ष यात्रियों की कड़ी मेहनत और समर्पण शामिल है। शुभांशु शुक्ला ने अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन में 18 दिनों तक रहकर जो अनुसंधान और कार्य किए, वह भारत के वैज्ञानिक समुदाय और पूरे विश्व के लिए प्रेरणास्रोत है।

उन्होंने कहा कि आज का युवा वर्ग तकनीकी और वैज्ञानिक क्षेत्र में आगे बढ़ने के लिए तत्पर है, और शुभांशु शुक्ला जैसे अंतरिक्ष यात्री युवाओं को एक नई दिशा प्रदान करते हैं। उनके प्रयासों से देश का नाम वैश्विक पटल पर और भी अधिक रोशन हुआ है। विज्ञान और तकनीक केवल किसी एक क्षेत्र तक सीमित नहीं है, बल्कि यह समाज के प्रत्येक वर्ग को प्रभावित करता है। अंतरिक्ष विज्ञान में भारत की प्रगति से देश की सुरक्षा, संचार, जलवायु अध्ययन और आपदा प्रबंधन जैसे कई महत्वपूर्ण क्षेत्रों में भी सुधार होगा। उन्होंने यह भी जोड़ा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत ने ‘गगनयान’ जैसे मिशनों की शुरुआत कर अंतरिक्ष विज्ञान में नई ऊंचाइयों को छूने का संकल्प लिया है। श्री मेहता ने कहा की हजारीबाग जैसे छोटे शहरों और गांवों के बच्चों के लिए भी यह एक महत्वपूर्ण संदेश है की अगर लगन और परिश्रम से पढ़ाई करें तो वह भी एक दिन अंतरिक्ष यात्री बन सकते हैं। शुभांशु शुक्ला ने साबित कर दिया है कि कठिन परिश्रम और समर्पण से कोई भी मंजिल असंभव नहीं है।

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