Eksandeshlive Desk
रांची। जेवियर स्कूल ऑफ मैनेजमेंट एक्सएलआरआइ में एचआर फॉर द ग्रेटर गुड कॉन्क्लेव 2024 का आयोजन किया गया. दो दिवसीय इस कॉन्क्लेव में पब्लिक सेक्टर की प्रसिद्ध 14 कंपनियों के प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया. इस दौरान कॉर्पोरेट लीडर्स, एचआर प्रोफेशनल, इंडस्ट्री एक्सपर्ट और शिक्षाविद एक प्लेटफॉर्म पर जुटे, जहां मुख्य रूप से इस बात पर चर्चा हुई कि ऑर्गनाइजेशनल सस्टेनेबेलिटी, नैतिकता और कर्मचारियों के कल्याण में ह्यूमन रिसोर्स मैनेजमेंट की कितनी महत्वपूर्ण भूमिका होती है. इस अवसर पर उद्घाटन सत्र में साउथ इस्टर्न कोल फिल्ड्स लिमिटेड के डायरेक्टर बिरंची दास उपस्थित थे. उन्होंने एक्सएलआरआइ के डायरेक्टर फादर एस जॉर्ज, डीन एडमिन फादर डोनाल्ड डिसिल्वा, डीन एकेडमिक्स प्रो. संजय पात्रो और एचआर कॉन्क्लेव के कन्वेनर जतिंदर कुमार झा के साथ संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम की शुरुआत की. इस मौके पर आज के दौर में एचआर समेत अन्य क्षेत्रों में आने वाली चुनौतियों से किस प्रकार निबटा जाए, इस पर चर्चा की गयी.
पहले दिन दामोदर घाटी निगम के मेंबर सेक्रेट्री डॉ. जॉन मथाई, श्रीरंकृष्ण एक्सपोर्ट्स प्राइवेट लिमिटेड के चीफ ह्यूमन कैपिटल एंड सस्टेनेबिलिटी ऑफिसर डॉ. नीरव मंदिर और द ग्लोबल नेटवर्क फॉर जीरो के प्रेसिडेंट व सीइओ महेश रामानुजम उपस्थित थे. इस दौरान डॉ जॉन मथाई ने पीएसयू में एचआर के क्षेत्र में आने वाली चुनौतियों पर अपनी बातों को रखते हुए कहा कि किसी भी पीएसयू के लिए यह जरूरी है कि वह ब्यूरोक्रेटिक प्रॉसेस और डायनेमिक वर्क इनवायरमेंट के बीच बैलेंस अप्रोच रखा जाए. इससे संबंधित कई उदाहरण भी उन्होंने प्रस्तुत किया. दूसरे दिन पौधरोपण से कार्यक्रम की शुरुआत की गयी. इसके बाद ग्रिड कंट्रोलर ऑफ इंडिया लिमिटेड, गेल इंडिया लिमिटेड और एमओआइएल लिमिटेड ने अपने-अपने संस्थानों में इनोवेटिव एचआर प्रैक्टिस की जानकारी भी दी. टाटा स्टील के प्रतिनिधि सौरभ रॉय ने टैलेंट को उभारने व सामाजिक कार्यों में उसके प्रभावों पर अपनी प्रस्तुति दी. अंत में सभी प्रतिभागियों को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया.