Ketu Singh
भुरकुंडा (रामगढ़): झारखंड प्रदेश वैश्य मोर्चा के केंद्रीय अध्यक्ष महेश्वर साहु ने कहा है कि पतरातू प्रखंड अंतर्गत बलकुदरा, रसदा एवं जयनगर ग्राम की जमीन पर तत्कालीन पतरातू थर्मल पावर कंपनी जो वर्षों पूर्व छाई डैम बना रही थी, उसका मुआवजा एवं नौकरी अभी तक ग्रामीणों को नहीं मिला है, और अब पीवीयूएनएल/एनटीपीसी उक्त भूमि पर काम करना चाह रही है। यह सरासर गलत है। इस मुद्दे पर विस्थापित-प्रभावित संघर्ष मोर्चा का विरोध जायज है। विस्थापित ग्रामीणों को जब तक समुचित मुआवजा एवं नौकरी नहीं मिल जाता है, संबंधित कंपनी को वहां काम नहीं करना चाहिए। उन्होंने कहा की अगर जबरन काम करने का प्रयास किया गया तो जोरदार विरोध किया जायेगा। वैश्य मोर्चा विस्थापित ग्रामीणों के साथ खड़ा रहेगी। वैश्य मोर्चा अध्यक्ष श्री साहु ने कहा कि मैं भी वहां के विस्थापित परिवारों से जुड़ा हूँ और 1995-96 से विस्थापितों के आंदोलन में प्रत्यक्ष-अप्रत्यक्ष रूप से शामिल होता रहा हूं। देश में 2013 को विस्थापन के मुद्दे पर नई नीति बनाई गई है। एनटीपीसी कंपनी अन्य स्थानों पर विस्थापित ग्रामीणों को जो सुविधाएं उपलब्ध करा रही हैं, वही व्यवस्था बलकुदरा छाई डैम के विस्थापित परिवारों को भी मिलना चाहिए। उन्होंने कहा की विस्थापित-प्रभावित संघर्ष मोर्चा द्वारा 7 जनवरी को किये जा रहे चेतावनी सभा कार्यक्रम का समर्थन किया है और लोगों से अधिक से अधिक संख्या में जुटने का आह्वान किया है।