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रांची : डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी विश्वविद्यालय के मैनेजमेंट विभाग के निदेशक पद पर डॉ. बास्के को सुशोभित करने के छात्र विरोधी निर्णय के खिलाफ छात्रों ने आजसू के बैनर तले राजभवन पहुंचा है। अखिल झारखंड छात्र संघ (आजसू) ने आज राजभवन सचिवालय को मांगपत्र सौप वर्तमान में मैनेजमेंट विभाग के निदेशक को अविलंब पद से हटाने की मांग की है। आजसू में मांगपत्र में डॉ. बास्के के कंप्यूटर एप्लीकेशन और इनफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी विभाग के कॉर्डिनेटर के पद पर रहते हुए एक छात्र को नंगा कर पीटने और विडियो बनाने और छात्र छात्राओं को धमकाने संबंधी अखबारों में छपे खबरों की छायाप्रति उपलब्ध कराया है। आजसू ने आरोप लगाया है कि विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो (डॉ.) तपन कुमार शांडिल्य ने दागदार शिक्षक को मैनेजमेंट विभाग के निदेशक का प्रभावशाली पद देकर यह साफ कर दिया है कि विश्वविद्यालय में घटित हो रहे तमाम घटनाओं को कुलपति का संरक्षण प्राप्त है। नीरज वर्मा ने कहा कि कुलपति ने विश्वविद्यालय के गरिमा को गिराया है, जो जितना दागदार उसको उतने ही ऊंचे पद पर बैठाया है। डॉ. बास्के को डीएसपीएमयू के मैनेजमेंट विभाग का निदेशक बनाकर विश्वविद्यालय ने दूध की रखवाली बिल्ली से करवाने वाली कहावत को चरितार्थ किया है। दर्जनों बार छात्र छात्राओं और छात्र संगठनों ने डॉ. बास्के के खिलाफ साक्ष्य सहित शिकायत किया है। फिर भी ऐसे दागी शिक्षक को एक जिम्मेदारी भरे पद से सुशोभित कर विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो तपन कुमार शांडिल्य ने विश्वविद्यालय को प्रयोगशाला बना दिया है। आजसू इस मामले को खिलाफ चरणबद्ध आंदोलन करेगी और विश्वविद्यालय में चल रहे कुलपति के मनमानी के खिलाफ मुखर होगी।