झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने 206 नए एंबुलेंसों का हरी झंडी दिखाकर लोकार्पण किया. वहीं, उन्होंने इस दौरान 38 दंत चिकित्सकों के बीच नियुक्ति पत्र का वितरण भी किया. उस दौरान हेमंत सोरेन ने कहा कि जिस तरह से रांची में रिम्स कार्यरत है उसे ध्यान में रखते हुए एक और नए मेडिकल कॉलेज की स्थापना रांची में की जाएगी. जहां विश्व स्तरीय स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराने का प्रयास किया जाएगा. मुख्यमंत्री ने कहा कि चिकित्सकों की संख्या में भी इजाफा होना बहुत जरूरी है, जब तक इनकी संख्या नहीं बढ़ेगी, तब तक स्वास्थ्य सुविधा को लेकर निश्चिंत हो जाना सही नहीं होगा.
मुख्यमंत्री ने कहा कि केंद्र सरकार को स्वास्थ्य क्षेत्र में सुविधा उपलब्ध कराने के लिए बेहतर समन्वय बनाकर राज्य सरकार को जिम्मेवारी देनी चाहिए. क्योंकि झारखंड की भौगोलिक संरचना को देखते हुए यहां कि जरूरतों का बेहतर आकलन कर राज्य सरकार स्वास्थ्य सुविधाओं को वास्तविक दिशा दे सकेगी. राज्य सरकार तय करेगी कि कहां मेडिकल कॉलेज होना चाहिए और कहां नहीं, कैसे उसका संचालन होना चाहिए, लेकिन ऐसा हो नहीं रहा है.
मुख्यमंत्री ने कहा कि रांची में जैसी सुविधा को लेकर दबाव बढ़ रहा है इसके लिए विभिन्न संस्थानों के माध्यम से कार्य तो हो ही रहा है लेकिन सरकार इस भरोसे के साथ नहीं चल रही है, इसलिए हम लोगों ने निर्णय लिया है कि यहां एक और मेडिकल कॉलेज का निर्माण होगा ताकि लोगों को सुविधा मिल सके. उक्त बातें मुख्यमंत्री आईपीएच प्रेक्षागृह नामकुम में स्वास्थ्य, चिकित्सा शिक्षा एवं परिवार कल्याण विभाग द्वारा आयोजित 206 एंबुलेंस का लोकार्पण और 38 नव नियुक्त दंत चिकित्सकों को नियुक्ति पत्र वितरण सहित विभिन्न कार्यक्रमों का लोकार्पण और उद्घाटन समारोह में अपने संबोधन में कहीं.
स्वास्थ्य सुविधा अमीर-गरीब, हर वर्ग के लिए समान
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि आज स्वास्थ्य विभाग के इस कार्यक्रम में कई सारी चीजें आपने देखी. बड़ी संख्या में एंबुलेंस का संचालन, नए ऐप के माध्यम से स्वास्थ्य सुविधा को सरल और बेहतर बनाने और विभिन्न संस्थाओं के साथ जुड़कर जन-जन तक स्वास्थ्य सेवा उपलब्ध कराने का नया आयाम और नए दंत चिकित्सकों की नियुक्ति साथ ही कई उत्कृष्ट कार्य करने वाले चिकित्सकों और अस्पतालों को सम्मानित इस मंच से किया गया है. स्वास्थ्य को लेकर सरकार कई वर्षों से दिन-रात इस प्रयास में लगी है कि जन-जन तक कैसे बेहतर स्वास्थ सेवा उपलब्ध कराया जाए. स्वास्थ्य का क्षेत्र एक ऐसा क्षेत्र है जहां चुनौती बहुत ज्यादा है. वर्तमान समय में जिस तरह से लोगों के स्वास्थ्य को लेकर दुनिया भर में चुनौतियां हैं ऐसी स्थिति में झारखंड जैसे पिछड़े राज्य के लिए स्वास्थ्य सुविधा कितना महत्वपूर्ण है इसका अंदाजा आप लगा सकते हैं? कोरोना को किसी ने नहीं देखा था, पलक झपकते ही पूरी दुनिया को अपनी चपेट में ले लिया. झारखंड भी इससे अछूता नहीं रहा. मेरा मानना है कि स्वास्थ्य सुविधा अमीर-गरीब हर वर्ग के लिए समान और एक नजरिए से उपलब्ध होनी चाहिए. सभी को एक नजर से देखना राज्य सरकार का कर्तव्य है. मुख्यमंत्री ने कहा कि बेहतर स्वास्थ्य सुविधा के लिए सजगता, जागरूकता और संवेदनशीलता के साथ-साथ इसको चलाने वाली पूरी व्यवस्था कैसे काम करती है, इस पर ध्यान देना बेहद जरूरी है.
जरूरतमंद को समय पर दवा उपलब्ध कराएं
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि झारखंड में अधिकतर लोग गांव में बसते हैं. यहां किसान, श्रमिक है. हमें यह भी तय करना चाहिए कि गांव के लोगों को एंबुलेंस की सुविधा कैसे दें, उनके स्वास्थ्य की जांच कैसे हो, इसके लिए एक समय तय करना होगा कि किस दिन एंबुलेंस वाहन गांव के किस जगह पर कैंप कर रही है. ताकि ग्रामीण अपने कार्य को पूर्ण करके वहां उपस्थित होकर स्वास्थ्य सुविधा का लाभ ले सके. इस दिशा में कार्य योजना बनाकर स्वास्थ्य सुविधा पहुंचाई जानी चाहिए. मुख्यमंत्री ने कहा कि अस्पतालों में दवाएं एक्सपायर हो जाती है. लोगों को दवा अगर नहीं मिलेगा, तो वह एक्सपायर होगा ही. जरूरत इस बात की है कि जरूरतमंद को समय पर दवा उपलब्ध हो. यही वजह है कि पंचायत स्तर पर दवा दुकान खोलने का निर्णय लिया गया है, और यह सिर्फ पंचायत नहीं बल्कि गांव-गांव में फार्मेसी शॉप की सुविधा बहाल करने का प्रयास किया जाएगा. ताकि पढ़े-लिखे युवाओं को स्वरोजगार से जोड़ा जा सके. झारखंड देश का पहला राज्य है जहां आम नागरिकों के लिए सस्ते दर पर राज्य सरकार एयर एंबुलेंस उपलब्ध करा रही है. यह सुविधा सिर्फ संभ्रांत लोगों को ही नहीं बल्कि बीपीएल परिवार को भी एयर एंबुलेंस की जरूरत हुई तो उन्हें यह सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी.
स्वस्थ झारखंड-समृद्ध झारखंड की परिकल्पना को पूरा करने में जुटी राज्य सरकार
इस अवसर पर स्वास्थ्य, चिकित्सा शिक्षा एवं परिवार कल्याण विभाग के मंत्री बन्ना गुप्ता ने कहा कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के नेतृत्व में स्वस्थ झारखंड-समृद्ध झारखंड की परिकल्पना को पूरा करने की दिशा में निरंतर कार्य किया जा रहा है. वर्तमान राज्य सरकार के गठन के बाद से ही झारखंड में स्वास्थ्य के क्षेत्र में ऐतिहासिक कार्य किए जा रहे हैं. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के सोच के अनुरूप स्वास्थ्य, चिकित्सा शिक्षा एवं परिवार कल्याण विभाग आधुनिक तरीके से आगे बढ़ रही है. अस्पतालों में सभी जरूरी लेटेस्ट टेक्नोलॉजी के जांच मशीनें लगाई जा रही हैं. मुख्यमंत्री के बुलंद इरादे और हौसले के साथ स्वास्थ्य विभाग राज्य वासियों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा मुहैया कराने हेतु प्रयासरत है. राज्य में स्वास्थ्य क्षेत्र की दिशा और दशा को सुधारने निमित्त हमारी सरकार कृत संकल्प है. पिछले कुछ महीनों में राज्य सरकार ने बड़ी संख्या में चिकित्सकों की नियुक्ति की है आगे भी नियुक्तियां होती रहेंगी.
जन–जन को एम्बुलेंस का लाभ देने की पहल
पहले से राज्य में 337 एंबुलेंस का संचालन सरकार द्वारा किया जा रहा है. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने जन-जन तक एम्बुलेंस का लाभ पहुंचाने के लिए 206 नए एंबुलेंस का लोकार्पण किया. अब राज्य में एंबुलेंस की संख्या बढ़कर 543 हो गई है.