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रांची: नैशनल फेडरेशन ऑफ द ब्लाइंड और नैशनल एसोसिएशन फॉर द ब्लाइंड द्वारा एक संयुक्त पहल के तहत, चान्हो के अमरज्योति नेत्रहीन विद्यालय में दृष्टिबाधित व्यक्तियों के लिए एक विशेष तकनीकी कार्यशाला आयोजित की गई। इस कार्यशाला का मुख्य उद्देश्य दृष्टिबाधित बच्चों और महिलाओं को डिजिटल रूप से सशक्त बनाना था।
NAB, दिल्ली की ओर से ‘आदिति’ नामक एक अक चैटबॉट और ‘श्रवण’ नामक एक टॉकिंग लाइब्रेरी जैसे महत्वपूर्ण तकनीकी उपकरणों की जानकारी दी गई। इसके अतिरिक्त, भारत सरकार द्वारा विकसित सुगम ऐप्स के बारे में भी बताया गया जो दिव्यांगों के लिए जीवन को आसान बनाते हैं। इस कार्यशाला में लगभग 64 बच्चों ने भाग लिया। nabके जनरल सेक्रेटरी, श्री प्रशांत वर्मा, ने एक विशेष हेल्पलाइन नंबर भी साझा किया, जिसके माध्यम से दृष्टिबाधित व्यक्ति अपनी तकनीकी और अन्य समस्याओं का समाधान पा सकते हैं। अमरज्योति विद्यालय की प्रधानाध्यापिका, सिस्टर असुंता लकड़ा ने इस पहल की सराहना करते हुए कहा कि ये तकनीकी उपकरण बच्चों को आत्मनिर्भर बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं। राष्ट्रीय दृष्टिहीन संघ के जनरल सेक्रेटरी, अरुण कुमार सिंह ने एक्सेसिबल ऑडियो डिस्क्राइब्ड मूवीज के महत्व पर जोर दिया। प्रशिक्षण देने वाले टीम में श्री सचिन गुप्ता,नंदन सिंह, सीमा कुमारी और अन्य शिक्षक शामिल थे।इस अवसर पर प्रशांत रंजन वर्मा ने बच्चों को उनकी पढ़ाई-लिखाई के लिए आवश्यक उपकरणों और तकनीकी सहायता का आश्वासन दिया।
