डेयरी फार्म के दूध में केमिकल मिलावट करते तीन गिरफ्तार

Crime Ek Sandesh Live

Deepak mishra

लातेहार: झारखंड के एक प्रसिद्ध डेयरी फार्म के दूध में अपराधियों के द्वारा भारी मात्रा में मिलावट करने के एक मामले का खुलासा हुआ। इस मामले में लातेहार पुलिस ने गुप्त सूचना के आधार पर छापेमारी की थी इस दौरान दूध की चोरी करते और उसमें मिलावट करते हुये तीन को रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया गया।
पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी कि चंदवा थाना क्षेत्र में कुछ लोगों के द्वारा झारखंड के एक प्रसिद्ध डेयरी कंपनी की दूध में भारी मात्रा में मिलावट की जा रहा है। इसी सूचना के अनुसार डेयरी कंपनी के लिये डाल्टनगंज के चियांकी गांव के पास से टैंकर में लगभग 23000 लीटर दूध भरकर रांची भेजा जाता है। लेकिन चंदवा पहुंचने के बाद टैंकर को एक स्थान पर रोक दिया गया और उसमें पानी का मोटर चला कर प्रतिदिन 2000 से 3000 लीटर दूध निकाल लिया जाता था इसके बाद टैंकर में दूध के बदले पानी और केमिकल मिला दिया जाता था।
इसका सूचना मिलने के बाद में पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर डीएसपी अरविंद कुमार ने पुलिस टीम बनाकर अपराधियों की गिरफ्तारी के लिये योजना बनाया गया। रविवार को अपराधियों के द्वारा फिर से टैंकर से दूध निकाला जा रहा था। इसी दौरान में पुलिस की टीम वहां पर पहुंच गई और अपराधियों को रंगेहाथ गिरफ्तार कर लिया है। गिरफतार लोगों में अमृतसर पंजाब निवासी हरमनप्रीत सिंह, लातेहार थाना क्षेत्र के भुसुर गांव निवासी मिथिलेश यादव और चंदवा निवासी विशाल कुमार सिंह शामिल है।
एक महीने से चल रहा था यह मिलावट का खेल
डीएसपी अरविंद कुमार ने बताया कि अपराधियों के द्वारा पिछले एक माह से दूध चोरी कर टैंकर में मिलावट करने का खेल चल रहा था। उन्होंने बताया कि इस मिलावट के खेल में कई अन्य लोगों के सम्मिलित होने का भी संभावना है।  गिरफ्तार अपराधियों से भी पुलिस को कई महत्वपूर्ण जानकारी मिली है जिसके आधार पर पुलिस आगे की कार्रवाई कर रही है उन्होंने बताया कि दूध के सैंपल को जांच के लिये भेजा गया है। जांच रिपोर्ट आने के बाद ही स्पष्ट हो पायेगा कि अपराधियों के द्वारा टैंकर में दूध की कमी को पूरा करने के लिये पानी के साथ क्या मिलाया जाता था?
डेयरी की व्यवस्थाओं पर भी उठ रहे है क‌ई सवाल
लातेहार के चंदवा में जिस प्रकार अपराधियों के द्वारा दूध में मिलावट किया जा रहा था इसको लेकर डेयरी की विश्वसनीयता पर भी अब सवाल उठने लगा है। अपराधियों के द्वारा दूध टैंकर में जो मिलावट किया जाता था वह मनुष्य के लिये कितना खतरनाक था यह तो जांच के रिपोर्ट के बाद में ही पता चल पायेगा। लेकिन इस पूरी घटना के कारण कंपनी की व्यवस्थाओं पर भी प्रश्न चिन्ह लगा हुआ है स्थानीय लोगों का कहना है कि लोगों के जीवन के साथ खिलवाड़ करने वाले दोषियों पर कड़ी से कड़ी कार्रवाई होना चाहिया।