चार की मौत व कई लापता, धराली बाजार तबाह
Eksandeshlive Desk
देहरादून/नई दिल्ली : उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले के हर्षिल क्षेत्र के धराली गांव में मंगलवार को बादल फटने के बाद अचानक खीरगंगा नदी में बाढ़ आने से बड़ी तबाही हुई है। इलाके के 20 से अधिक हाेटल और हाेम स्टे तबाह हाे गए हैं। जिला प्रशासन ने अब तक चार लोगों की मौत और कई लोगों के गायब होने की पुष्टि की है। सेना, एसडीआर, एनडीआरएफ, जिला प्रशासन एवं अन्य संबंधित टीमें मौके पर राहत एवं बचाव कार्य में जुटी हैं। उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिला मुख्यालय से करीब 87 किलोमीटर दूर गंगाेत्री से पहले हर्षिल घाटी से दो किमी दूर बसा गांव धराली एक रमणीय पर्यटक स्थल है। मंगलवार को दोपहर लगभग 1:50 बजे दोपहर पहाड़ों पर बादल फटने के बाद खीर गाढ नदी में अचानक बाढ़ के पानी के साथ मलबा आ गया। भोजन का समय होने के कारण उस समय होटलों में भी स्थानीय लोगों के साथ पर्यटक भी मौजूद थे। करीब 80 अंश की ढलान से जब पानी के साथ मलबा आया और जब तक लोग समझते तब तक सब कुछ तबाह हो गया।
हेल्पलाइन नंबर जारी : उत्तरकाशी जिलाधिकारी प्रशांत आर्य ने बताया कि धराली आपदा में अब तक चार लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है, जबकि कई लोग मलबे में दबे होने और लापता हाेने की आशंका है। मौके पर बचाव कार्य जारी है। उन्होंने बताया कि बाढ़ के सैलाब ने धराली के कई होटलों, दुकानों और बाजार को पूरी तरह ध्वस्त कर दिया है। दुकानों व होटलों में अंदर तक मलबा भर गया है। सेना पुलिस, एसडीआरएफ, एनडीआरएफ मौके पर राहत एवं बचाव कार्य में जुटी है। उन्होंने बताया कि राज्य सरकार ने केन्द्र सरकार से दो एमआई और एक चिनूक हेलीकॉप्टर राहत-बचाव कार्य के लिए मांगे गये हैं। इसी बीच उत्तराखंड राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने अतिवृष्टि, बादल फटना और उत्तरकाशी के धराली में हुई घटना की जानकारी के लिए हेल्पलाइन नम्बर जारी किए हैं। जिला आपातकालीन परिचालन केन्द्र, हरिद्वार में 01374-222722, 7310913129, 7500737269, टाेल फ्री नंबर 1077 व ईआरएसएस टॉल फ्री नंबर-112 जारी किया गया है। इसके अलावा देहरादून में 0135-2710334, 2710335, 8218867005, 9058441404 टाेल फ्री नंबर-1070, ईआरएसएस टाेल फ्री नंबर 112 पर घटना में मृतकाें व घायलाें की जानकारी हासिल की जा सकती है।
प्रधानमंत्री ने उत्तरकाशी के धराली में हुई त्रासदी पर शोक जताया : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उत्तरकाशी के धराली में हुई त्रासदी से प्रभावित लोगों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त की है। उन्होंने इस घटना से प्रभावित सभी लोगों के कुशलक्षेम की कामना भी की है। इससे पहले प्रधानमंत्री मोदी ने उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से टेलीफोन बात की और स्थिति का जायजा लिया। प्रधानमंत्री ने आश्वासन दिया कि ज़रूरतमंदों को समय पर सहायता सुनिश्चित करने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ी जा रही है। प्रधानमंत्री ने अपने आधिकारिक एक्स पोस्ट में कहा, “उत्तरकाशी के धराली में हुई इस त्रासदी से प्रभावित लोगों के प्रति मैं अपनी संवेदना व्यक्त करता हूं। इसके साथ ही सभी पीड़ितों की कुशलता की कामना करता हूं। मुख्यमंत्री पुष्कर धामी जी से बात कर मैंने हालात की जानकारी ली है। राज्य सरकार की निगरानी में राहत और बचाव की टीमें हरसंभव प्रयास में जुटी हैं। लोगों तक मदद पहुंचाने में कोई कोर-कसर नहीं छोड़ी जा रही है।” उल्लेखनीय है कि मंगलवार की दोपहर हर्षिल की पहाड़ियों में बादल फटने से धराली में भीषण तबाही हुई है। धराली के किनारे बसे अनेक मकान और होटल धराशाही हो गए हैं। बाकी बचे घरों में पहाड़ियों से आया मलबा और गाद भर गई है। पहसे से चेतावनी दिए जाने के चलते अधिकांश लोग घरों को खाली कर ऊपरी स्थानों पर चले गए थे। इसके बावजूद 4 लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है और कई लोगों के लापता होने की जानकारी सामने आ रही है। इसके साथ ही घरों और दुकानों को भारी क्षति पहुंची है।