रांची: राज्यसभा के शून्यकाल के दौरान सांसद डॉ. प्रदीप वर्मा ने देश में डिजिटल एड्रेस सिस्टम की विश्वसनीयता, उपयोगिता और भविष्य की योजनाओं से जुड़े एक अत्यंत महत्वपूर्ण मुद्दे पर चर्चा की। उनके प्रश्नों का उत्तर संचार राज्य मंत्री डॉ. चन्द्रशेखर पेमासानी ने सदन में दिया।डॉ. वर्मा ने कहा कि देश के तेजी से विकसित होते डिजिटल ढांचे के बीच राष्ट्रीय डिजिटल एड्रेस इकोसिस्टम को अधिक भरोसेमंद, सुरक्षित और प्रभावी बनाना समय की आवश्यकता है। उन्होंने संचार मंत्रालय से निम्न प्रमुख बिंदुओं पर स्पष्ट जानकारी मांगी -डाक विभाग द्वारा डिजिटल एड्रेस इकोसिस्टम की विश्वसनीयता बढ़ाने के लिए हाल में उठाए गए सुधारात्मक कदम।एड्रेस-एज़-ए-सर्विस (अंंर)ह्ण मॉडल के तहत डिजिटल सार्वजनिक अवसंरचना के निर्माण की वर्तमान प्रगति एवं कार्ययोजना।शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों में एकरूपता सुनिश्चित करने हेतु डिजिटल पता कोड के मानकीकरण की स्थिति।प्रस्तावित व्यवस्था लागू होने के बाद देश को अपेक्षित लाभ।
संचार राज्य मंत्री ने उत्तर देते हुए बताया कि मंत्रालय डिजिटल एड्रेसिंग सिस्टम को अधिक मजबूत, सुरक्षित, सटीक और उपयोगकर्ता अनुकूल बनाने की दिशा में निरंतर कार्य कर रहा है। डिजिटल पते के मानकीकरण, आधार के समान एक सार्वभौमिक डिजिटल पता पहचान तैयार करने तथा सरकारी एवं निजी सेवाओं को इस प्रणाली से जोड़ने की प्रक्रिया भी तेजी से आगे बढ़ रही है। डॉ. प्रदीप वर्मा ने कहा कि डिजिटल एड्रेस सिस्टम का मजबूत होना देश में ई-गवर्नेंस, सेवा प्रदायगी, आपदा प्रबंधन, लॉजिस्टिक्स एवं डिलीवरी सेवाओं, तथा नागरिक सुविधाओं में उल्लेखनीय सुधार लाएगा। उन्होंने सरकार से इस दिशा में शीघ्र, ठोस और प्रभावी कदम उठाने की अपेक्षा जताई।
