Eksandeshlive Desk
रामगढ़/रांची : दिशोम गुरु शिबू सोरेन का श्राद्ध कर्म की प्रक्रिया जारी है। मुखाग्नि देने वाले उनके बेटे मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने गुरुवार को तीन कर्म की परंपरा का निर्वहन किया। रामगढ़ जिले के नेमरा गांव में पारंपरिक श्राद्ध कर्म के दौरान मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन एवं उनके परिजन शामिल हुए। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की पत्नी कल्पना सोरेन ने भी तीन कर्म की परंपरा में शामिल हुईं। उन्होंने भी सोशल मीडिया पर एक पोस्ट डाला और कहा कि ”आज परिवार के साथ दिवंगत बाबा वीर दिशोम गुरु शिबू सोरेन जी की अंत्येष्टि के उपरांत नेमरा में तीन कर्म दिन होने वाली परंपरा में शामिल हुई।”
नेमरा की क्रांतिकारी भूमि दादाजी और बाबा के अथाह संघर्ष की है गवाह : झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री और राज्यसभा सांसद दिशोम गुरु शिबू सोरेन का उनके पैतृक गांव नेमरा में अंतिम संस्कार संपन्न हुआ। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने पिता के पार्थिव शरीर को पारंपरिक रीति-रिवाज के साथ मुखाग्नि दी। इस बीच सोरेन ने अपने पिता शिबू सोरेन को याद कर भावुक पोस्ट साझा किया है। हेमंत सोरेन ने गुरुवार को सोशल मीडिया एक्स पर लिखा कि नेमरा की यह क्रांतिकारी और वीर भूमि, दादाजी की शहादत और बाबा के अथाह संघर्ष की गवाह है। यहां के जंगलों, नालों-नदियों और पहाड़ों ने क्रांति की उस हर गूंज को सुना है और हर कदम व हर बलिदान को संजोकर रखा है। नेमरा की इस क्रांतिकारी भूमि को शत-शत नमन करता हूं। मुख्यमंत्री ने पोस्ट के अंत में लिखा है कि वीर शहीद सोना सोबरन मांझी अमर रहें और झारखंड राज्य निर्माता वीर दिशोम गुरु शिबू सोरेन अमर रहें।