कर्नाटक में बहुत उतार चढ़ाव के बाद आखिरकार सिद्दारमैया को सीएम की कुर्सी मिल ही गई और वहीं डीके शिवकुमार ने डीप्टी सीएम का कमान संभाला.लेकिन डीके शिवकुमार अपने पद से खासा खुश नजर नहीं आ रहे हैं. दरअसल डीके शिवकुमार डीप्टी सीएम का पद संभालने के बाद शनिवार को पहली बार अपने निर्वाचन क्षेत्र कनकपुरा का दौरा किया, लोगों को संबोधित करने के दैरान समर्थकों के सामने सीएम न बन पाने का उनका दुख छलका.
रिपोर्ट्स के अनुसार कार्यक्रम के दौरान शिवकुमार ने अपने समर्थकों को बताया कि- ‘आपने मुझे मुख्यमंत्री बनाने के लिए बड़ी संख्या में वोट दिया, लेकिन क्या करें? एक निर्णय किया. राहुल गांधी, सोनिया गांधी और मल्लिकार्जुन खड़गे ने मुझे कुछ सलाह दी. मुझे उनकी बातों पर सिर झुकाना पड़ा. अब मुझे धैर्य रखकर प्रतीक्षा करनी चाहिए. लेकिन आप सबकी जो भी इच्छा है वह व्यर्थ नहीं जाएगी, हमें सब्र करना चाहिए.
बताते चलें कि डीके शिवुमार ने लगातार चार बार सथानूर सीट से चुनाव जीता है. उन्होंने 2008 से कनकपुरा से चुनाव लड़ा और तब से आज तक कभी हार का सामना नहीं किया है. पिछले महीने कर्नाटक विधानसभा चुनाव के नतीजे आने के बाद सरकार गठन और मुख्यमंत्री पद को लेकर कांग्रेस पार्टी के भीतर कई दौर में बातचीत हुई. सिद्दरमैया और डीके शिवकुमार के बीच सीएम की कुर्सी को लेकर कड़ी टक्कर थी.अंतत कांग्रेस आलाकमान ने सिद्दारमैया को सीएम की कुर्सी सौंप दी.