Eksandeshlive Desk
रांची : झारखंड राज्य आजीविका कंप्यूटर आपरेटर संघ द्वारा शुक्रवार को भी दूसरे दिन अपने पूर्व घोषित चरणबद्ध आंदोलन के तहत राज्य के सभी 384 डाटा एंट्री आॅपरेटर सामूहिक अवकाश पर रहे। संघ का स्पष्ट कहना है कि जायज मांगों के प्रति न तो राज्य सरकार संवेदनशील है न तो विभाग ही। राज्य में कार्यरत डाटा एंट्री आॅपरेटर अपने लंबित मांगों के समर्थन में दिनांक 21 अगस्त को मुख्य कार्यपालक पदाधिकारी, जेएसएलपीएस, ग्रामीण विकास विभाग, झारखंड सरकार के कार्यालय के समक्ष जोरदार धरना प्रदर्शन करेगा। दिनांक 21 अगस्त तक विभाग के द्वारा कोई सकारात्मक पहल नही हुई तो संघ के निर्णय के आलोक में दिनांक 22 अगस्त से सभी डाटा एंट्री आॅपरेटर अनिश्चित कालीन हड़ताल पर अपने मांगों को लागू करने के लिए चले जायेंगे। महासंघ के महामंत्री सुनील कुमार साह ने कहाकि वित विभाग, झारखंड सरकार द्वारा जारी आदेश 1965 दिनांक 02,06,2017 में स्पष्ट रूप से उल्लेख है की राज्य में डाटा एंट्री आॅपरेटर को एक मुश्त मानदेय 26300 रु दी जाएगी, परंतु आजतक इन्हे मात्र 14036 रु मानदेय दिया जा रहा है,जो सरासर अन्याय है।