बीआईटी मेसरा के 35वें दीक्षांत समारोह में बोले,
ajay jaiswal, edited sunil verma
रांची : बीआईटी मेसरा ने जोश और उत्साह के बीच अपने 35वें दीक्षांत समारोह का आयोजन किया। जहां 1400 से अधिक प्रतिभाशाली छात्रों को डिग्री दी गई। इसरो के चेयरमैन डॉ वी नारायणन इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में मौजूद रहे, उन्होंने छात्रों को वैज्ञानिक उत्सुकता, निरंतर लर्निंग एवं देश के विकास में योगदान देने के लिए प्रेरित किया। सभा को सम्बोधित करते हुए डॉ वी नारायणन ने कहा, आप अपनी पेशेवर यात्रा की शुरूआत करने जा रहे हैं, ऐसे में जरूरी है कि आप सहानुभूति, आपसी सहयोग एवं प्रयोजन के सिद्धान्तों को याद रखें, ये सिद्धान्त जीवन में सफलता पाने के लिए बेहद जरूरी हैं। आपने इस प्रतिष्ठित संस्थान में जो ज्ञान एवं मूल्य हासिल किए हैं, उनका सदुपयोग कर जीवन में बदलाव लाएं और दुनिया की मुश्किल चुनौतियों को हल करने का प्रयास करें। आप सभी को बधाई, अनंत अवसरों से युक्त उज्जवल भविष्य आपके सामने है। दीक्षांत समारोह की शुरूआत दीप प्रज्जवलन के साथ हुई, जिसके बाद संस्थान की प्रार्थना हुई। समारोह के दौरान संस्थान की अकादमिक उत्कृष्टता एवं विरासत का जश्न मनाया गया। दीक्षांत समारोह एक अकादमिक यात्रा का समापन नहीं बल्कि आजीवन उत्सुकता एवं इनोवेशन की शुरूआत है। आज दुनिया को ऐसे लीडरों की जरूरत है जो स्पष्टता के साथ सोच सकें, अखंडता के साथ काम कर सकें और प्रयोजन के साथ निर्माण कर सकें। मुझे विश्वास है कि बीआईटी मेसरा के छात्र इस बदलाव में अग्रणी रहेंगे, अपने ज्ञान एवं कल्पनाशीलता का उपयोग कर प्रगतिशील एवं समावेशी भविष्य को आकार देंगे। सीके बिरला, चांसलर, बीआईटी मेसरा और चेयरमैन सीके बिरला ग्रुप ने कहा। इस अवसर पर संस्थान के वाईस चांसलर और प्रोफेसर इंद्रानिल मन्ना ने सालाना गतिविधि रिपोर्ट पेश की तथा अनुसंधान, इनोवेशन एवं विश्वस्तरीय साझेदारियों में बीआईटी मेसरा की प्रमुख उपलब्धियों पर रोशनी डाली। उन्होंने कहा कि संस्थान नए बेंचमार्क स्थापित करने के लिए प्रतिबद्ध है और उद्योग जगत के लीडरों एवं भविष्य के लिए तैयार पेशेवरों का निर्माण कर रहा है। बीआईटी मेसरा में हमारा मानना है कि शिक्षा सिर्फ ज्ञान प्राप्त करने तक ही सीमित नहीं है, बल्कि अखंडता एवं दृढ़ विश्वास के साथ नेतृत्व करने के बारे में है। हमारे ग्रेजुएट्स पेशेवर दुनिया में कदम रख रहे हैं, मुझे विश्वास है कि वे समुदायों और उद्योगों में सकारात्मक बदलाव लेकर आएंगे। मैं एक बार फिर से सभी ग्रेजुएट्स को उनकी कड़ी मेहनत तथा उत्कृष्टता के लिए प्रतिबद्धता हेतु बधाई देता हूं। प्रोफेसर मन्ना ने कहा। बीआईटी मेसरा के 355वें दीक्षांत समारोह में 1000 अंडरग्रेजुएट्स, 320 पोस्ट ग्रेजुएट्स और 75 पीएच स्कॉलर्स, 65 डिप्लोमा होल्डर्स को डिग्री दी गई। इसके अलावा सर्वोच्च प्रदर्शन करने वाले छात्रों को गोल्ड मैडल से भी सम्मानित किया गया। कार्यक्रम का समापन गणमान्य दिग्गजों के सम्मान के साथ हुआ, समारोह संचालक ने फैकल्टी, स्टाफ एवं कोन्वोकेशन कमेटी को धन्यवाद दिया।बीआईटी मेसरा का 35वां दीक्षांत समारोह ऐसे जिम्मेदार नागरिकों के निर्माण की संस्थान की प्रतिबद्धता को दशार्ता है जो चुनौतियों को व्यवहारिक अवसरों में बदल सकें और सहानुभूति के साथ नेतृत्व कर सकें।