Eksandeshlive Desk
रांची: दुर्गोत्सव के मद्देनजर रांची नगर निगम क्षेत्रांतर्गत विशेष सफ़ाई अभियान चलाया जा रहा है। दूर्गा पूजा के उपरांत परम्पराओं के अनुरूप देवी/देवताओं के मूर्तियों का विर्सजन जलाशयों यथा नदी/तालाब/झील आदि में किया जाता है, जिसे देखते हुए निगम द्वारा जलाशयों में विशेष तैयारियां की गई है ताकि जलश्रोत की गुणवत्ता प्रभावित ना हो। आज दिनांक 21.10.2023 को प्रशासक श्री अमीत कुमार, भा०प्र०से०, के द्वारा विभिन्न प्रतिमा विसर्जन स्थलों में निगम द्वारा की गई तैयारियों तथा साफ़-सफाई का निरीक्षण किया गया। इस क्रम में उनके द्वारा अरगोड़ा तालाब, दिव्यायन तालाब, कांके डैम, जेल तालाब, चडरी तालाब इत्यादि का निरीक्षण किया गया।
मौके पर उन्होंने स्वच्छता शाखा की टीम को निदेश दिया कि विसर्जन की प्रक्रिया पूरी होने के 24 घंटे के अन्दर विसर्जित मूर्तियों के अवशेषों को पानी से बाहर निकालना सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि मूर्तियों में कई तरह के कृत्रिम आभूषण, कपड़े, फूल, माला, पत्तियों का प्रयोग किया जाता है, जिसे विसर्जन के समय जलश्रोत में ही डाल दिया जाता है, जिसके कारण जलश्रोत की गुणवत्ता प्रभावित होती है, इसलिए यह आवश्यक है कि दुर्गा पूजा समितियों के साथ समन्वय स्थापित कर विसर्जन की जाए और प्रतिमा विसर्जन चिन्हित विसर्जन स्थलों में ही की जाए। इसके अलावा उन्होंने विर्सजन स्थलों पर आवश्यकतानुसार विद्युत की व्यवस्था, ब्लीचिंग पाउडर का छिड़काव तथा झाड़ियों की कटाई करने का निदेश संबंधित टीम को दिया। रांची नगर निगम द्वारा निगम क्षेत्राधीन चिन्हित विसर्जन स्थलों (जल श्रोतों) पर सुरक्षात्मक उपाय के तौर “खतरनाक गहरे स्थलों” को लाल रिबन एवं बांस से घेरा गया है तथा सूचना पट्ट लगाना लगाया गया है। जलाश्यो में बांस एवं ग्रीन नेट से घेराबंदी कर “जलकुंड” का निर्माण किया गया है। प्रशासक ने सभी पूजा समितियों को निदेेश दिया गया है कि निगम द्वारा चिन्हित विसर्जन स्थलों (जलकुंड) में ही प्रतिमा विसर्जन करना सुनिश्चित करेंगे। मौके पर उप प्रशासक श्री रजनीश कुमार, नगर प्रबंधक श्री मृत्युंजय कुमार, संदीप कुमार, अंबुज कुमार, कनीय अभियंता एवं अन्य कर्मी उपस्थित थे। दुर्गा पूजा में प्रतिमा विसर्जन हेतु कुल 12 प्रमुख स्थल है:-
अरगोड़ा तालाब, कांके डैम, मधुकम तालाब, बड़ा तालाब, चडरी तालाब, जेल तालाब, दिव्यायन तालाब, बटन तालाब, जगन्नाथपुर तालाब, हंदरू तालाब, हेसाग तालाब, धुर्वा डैम।