by sunil
रांची : अखिल भारतीय कांग्रेस के निदेर्शानुसार प्रदेश कांग्रेस द्वारा नवनियुक्त प्रदेश अध्यक्ष केशव महतो कमलेश के नेतृत्व में प्रवर्तन निदेशालय कार्यालय के समक्ष अडानी महाघोटाला जांच के लिए जेपीसी गठन की मांग को लेकर विरोध प्रदर्शन किया गया। इस अवसर पर उपस्थित कार्यकतार्ओं को संबोधित करते हुए केशव महतो कमलेश ने कहा कि कांग्रेस द्वारा अडानी महा घोटाले की जांच की मांग बार-बार की गई परंतु केंद्र सरकार द्वारा इसे हमेशा नकारा गया। अभी हिंडनबर्ग के ताजा खुलासे से कांग्रेस के आरोप सच साबित हो रहे हैं। कांग्रेस द्वारा जांच हेतु जेपीसी की मांग की जा रही है लेकिन केंद्र सरकार का इससे भागना ही साबित करता है कि वह अपने मित्रों को बचाना चाहती है। उन्होंने कहा कि हर छोटे बड़े मसले पर विरोधी दलों को लक्ष्य कर कार्रवाई करने वाली ईडीवी इस मामले में खामोश बैठी है जो उनकी लाचारी को उजागर करता है इससे यह स्पष्ट हो गया कि देश की जांच एजेंसी केंद्र सरकार के हथियार के रूप में काम कर रही है जो सत्ता के इशारे पर विरोधी नेताओं पर झूठे आरोप लगाकर उन्हें जेल भेजने और राज्यों की गैर भाजपा शासित सरकारों को गिराने में केंद्र के टूल किट के रूप में उपयोग हो रही है। उन्होंने इडी अधिकारियों को स्पष्ट संदेश देते हुए कहा कि आगामी लोकसभा चुनाव में केंद्र में हमारी सरकार बनेगी तब सारा दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा। कांग्रेस विधायक दल नेता डॉ रामेश्वर उरांव ने कहा कि देश आर्थिक घोटाला की जद में है, मध्यम वर्गीय परिवारों के पैसों की रखवाली करने वाली सेबी जैसी संस्थाएं भी इस सूची में शामिल हो गई हैं लेकिन केंद्र सरकार सोई हुई है। अगर अडानी महाघोटाले की जांच जेपीसी करती है तो केंद्र सरकार में बैठे हुक्मरानो का पदार्फाश हो जाएगा शायद इसी वजह से इस मामले पर प्रधानमंत्री मोदी चुप हैं, लेकिन सत्ता के घमंड में जनता से बचने वालों को आखिर जनता के बीच ही जाना है जहां जनता उनका हिसाब अवश्य करेगी। विरोध प्रदर्शन में मुख्य रूप से मंत्री दीपिका पांडे सिंह,प्रदीप यादव,पूर्व विधायक ममता देवी, अमूल्य नीरज खलको,सतीश पॉल मुंजनी,अजय नाथ शाहदेव, सोनाल शांति,कमल ठाकुर,गुंजन सिंह,राकेश किरण महतो,आभा सिन्हा,भीम कुमार,सुल्तान अहमद,गजेंद्र सिंह,प्रशांत पांडे, अजय सिंह,नीतू देवी, पिंकी सिंह, शांतिबाला, पुनीता चौधरी ,नलिनी सिन्हा,आनंद बिहारी दुबे सहित सैकड़ो लोग शामिल थे।