ईरान-इजराइल तनाव चरम पर : इजराइली हमले जारी, खामेनेई के शीर्ष सलाहकार का निधन, परमाणु वार्ता रद्द

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Eksandeshlive Desk

तेहरान/यरुशलम : ईरान और इजराइल में बढ़ते सैन्य तनाव के बीच हालात और गंभीर हो गए हैं। इजराइली सेना ने शनिवार को पुष्टि की कि वह ईरान की सतह से सतह पर मार करने वाली मिसाइल साइटों पर हमले कर रही है और यह अभियान जारी रहेगा। इजराइल रक्षा बल (आईडीएफ) ने कहा कि ईरान के पास अभी भी एक ऐसा शस्त्रागार है, जो इजराइल को गंभीर नुकसान पहुंचा सकता है। सेना ने कहा, “हम ईरान पर हमला कर रहे हैं, और यह संघर्ष अभी समाप्त नहीं हुआ है। इजराइल के लिए खतरा बनने वाली हर वस्तु या स्थिति को पूरी तरह नेस्तनाबूद किया जाएगा।”

इराकी हवाई क्षेत्र के उपयोग पर बगदाद में आक्रोश : इस बीच, ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई के वरिष्ठ सलाहकार अली शमखानी की एक अस्पताल में मृत्यु हो गई। ईरानी मीडिया के अनुसार, उनकी मौत इजराइली हवाई हमलों के एक दिन बाद हुई, हालांकि मृत्यु का स्पष्ट कारण सामने नहीं आया है। शमखानी लंबे समय तक ईरान के राष्ट्रीय सुरक्षा प्रमुख रहे और सऊदी अरब के साथ चीन की मध्यस्थता में हुई ऐतिहासिक सुलह वार्ता में महत्वपूर्ण भूमिका निभा चुके थे। विवाद के बीच, ओमान ने एक और झटका दिया है। मस्कट में प्रस्तावित अमेरिका-ईरान परमाणु वार्ता का ताजा दौर रद्द कर दिया गया है। ओमान के विदेश मंत्री बद्र अलबुसैदी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर लिखा, “रविवार को होने वाली वार्ता अब नहीं होगी। हालांकि, हम मानते हैं कि संवाद और कूटनीति ही स्थायी समाधान है।” उधर, इजराइली लड़ाकू विमानों द्वारा कथित रूप से इराकी हवाई क्षेत्र के उपयोग पर बगदाद में आक्रोश फैल गया है। इराक ने द्विपक्षीय समझौतों और अंतरराष्ट्रीय कानून का हवाला देते हुए अमेरिका से ईरान के खिलाफ हमले करने के लिए इजराइली विमानों को इराकी हवाई क्षेत्र का उल्लंघन करने से रोकने का आह्वान किया है। इराक के सैन्य प्रवक्ता सबा अल-नुमान ने एक सख्त बयान जारी कर अमेरिका से मांग की है कि वह अपने दायित्वों का पालन करे और “जायोनी इकाई से जुड़े विमानों” को इराकी आकाश मार्ग से ईरान पर हमला करने से रोके।

इसराइल से तनाव के बीच चीन और ईरान के विदेश मंत्रियों ने फ़ोन पर की बातचीत : इसी बीच, चीन के विदेश मंत्री वांग यी ने शनिवार को ईरान के विदेश मंत्री अब्बास अराग़ची से टेलीफ़ोन पर बातचीत की। इस बातचीत को लेकर चीन के विदेश मंत्रालय ने एक आधिकारिक बयान जारी किया है। जारी बयान के मुताबिक़, “सैयद अब्बास अराग़ची ने वांग यी को क्षेत्रीय स्थिति और हालिया घटनाक्रम की जानकारी दी।” “सैयद अब्बास अराग़ची ने चीनी विदेश मंत्री वांग यी से कहा कि हाल ही में इसराइल ने ईरान पर जो हमला किया, उसमें कई ईरानी सैनिकों और आम नागरिकों की मौत हुई है। इस हमले में इसराइल ने ईरान के परमाणु ठिकानों को भी निशाना बनाया, जो अंतरराष्ट्रीय क़ानून के ख़िलाफ़ है।” अराग़ची ने उम्मीद जताई है कि अंतरराष्ट्रीय समुदाय मिलकर इसराइल से सैन्य कार्रवाई रोकने की अपील करेगा। वहीं वांग यी ने कहा कि जैसे ही इसराइल ने ईरान पर हमला किया, चीन ने तुरंत अपना पक्ष साफ़ कर दिया था। उन्होंने कहा, “चीन ने इस हमले को ईरान की संप्रभुता, सुरक्षा और क्षेत्र की एकता का उल्लंघन कहा है और चीन ईरानी अधिकारियों को निशाना बनाकर किए गए हमले और आम लोगों की मौत का कड़ा विरोध करता है।” “इसराइल की ये हरकतें संयुक्त राष्ट्र के नियमों और अंतरराष्ट्रीय संबंधों के बुनियादी सिद्धांतों के ख़िलाफ़ हैं. ख़ासतौर पर इसराइल का ईरान के परमाणु ठिकानों पर हमला करना बहुत ख़तरनाक है और इसके गंभीर नतीजे हो सकते हैं।” चीन ने इसराइल पर दबाव बनाने वाले देशों से अपील की है कि वो शांति कायम करने के लिए ठोस क़दम उठाएं।