ईरान के मिसाइल हमले में चार की मौत, इजराइल ने कहा- तेहरान ने युद्ध विराम तोड़ा, माकूल जवाब दिया जाएगा

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Eksandeshlive Desk

तेहरान/तेल अवीव/वाशिंगटन/दोहा/दुबई/ रियाद : अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की युद्ध विराम की घोषणा के बाद ईरान ने इजराइल पर मिसाइल हमला करने के बाद चुप्पी तोड़ी। ईरान ने इजराइल के साथ युद्ध विराम की पुष्टि की है। हालांकि राष्ट्रपति ट्रंप ने युद्ध विराम समझौते के बारे में अधिक जानकारी नहीं दी। इजराइल ने कहा कि ईरान मिसाइलें दाग रहा है। ईरान के मिसाइल हमले में कम से कम चार लोग मारे गए। इजराइल ने कहा है कि ईरान ने आज युद्ध विराम का उल्लंघन किया है। रक्षामंत्री इजराइल काट्स ने कहा कि इसका ईरान को जोरदार जवाब दिया जाएगा। उन्होंने इजराइल डिफेंस फोर्सेज (आईडीएफ) को तेहरान को जोरदार जवाब देने का निर्देश दिया है। द टाइम्स ऑफ इजराइल अखबार के अनुसार आईडीएफ ने कहा कि वह युद्ध विराम के उल्लंघन का बलपूर्वक जवाब देगा। आईडीएफ के अनुसार रक्षामंत्री के निर्देश मिलते ही इजराइल के सैन्य अधिकारी और जनरल स्टाफ के प्रमुख इयाल जमीर ने स्थिति का आकलन किया है।

ट्रंप की घोषणा- पूर्ण और समग्र युद्धविराम होगा : इससे पहले न्यूयॉर्क टाइम्स की खबर के अनुसार, ईरान के सरकारी टेलीविजन ने मंगलवार सुबह इजराइल के साथ युद्ध विराम की घोषणा की। ईरान के सरकारी टेलीविजन ने राष्ट्रपति ट्रंप के यह कहे जाने के कुछ घंटों बाद दुनिया को जानकारी दी कि समझौता हो गया है। ट्रंप ने यह घोषणा इजराइल और ईरान के बीच मिसाइल हमलों के 12वें दिन बाद और अमेरिकी बमवर्षकों के ईरानी परमाणु सुविधाओं पर हमला किए जाने के दो दिन बाद की। ट्रंप ने संकेत दिया कि संघर्ष विराम मंगलवार को चरणों में लागू होगा। ईरान के विदेशमंत्री अब्बास अरागची ने सुबह 4:30 बजे सोशल मीडिया पोस्ट में कहा कि समझौता प्रभावी हो चुका है। उन्होंने कहा कि ईरानी सेना “आखिरी मिनट” तक लड़ी। इजराइली सेना ने कहा कि ईरान ने मंगलवार सुबह तीन बार मिसाइलें दागीं। देश की आपातकालीन सेवा ने कहा कि ईरान के मिसाइल हमले में कम से कम चार लोग मारे गए। उधर, ट्रंप का यह बयान कतर में अल उदीद एयर बेस पर ईरान के हमले के कुछ घंटों बाद आया। अल उदीद एयर बेस मध्य पूर्व में सबसे बड़ा अमेरिकी सैन्य प्रतिष्ठान है। लगभग 10,000 अमेरिकी सैनिक अल उदीद में तैनात हैं। यह एयर बेस अमेरिकी सेंट्रल कमांड के क्षेत्रीय मुख्यालय के रूप में कार्य करता है। अमेरिका के उपराष्ट्रपति जेडी वेंस ने कहा कि युद्ध समाप्त हो गया है और अब शांति प्रक्रिया को फिर से शुरू करने का अवसर है। राष्ट्रपति ट्रंप ने सोशल मीडिया पर लिखा, ”इजराइल और ईरान के बीच इस बात पर पूरी तरह से सहमति बन गई है कि पूर्ण और समग्र युद्धविराम होगा।” इस बीच तीन राजनयिकों ने पहचान न उजागर करने की शर्त पर कहा कि कतर के शीर्ष अधिकारियों ने ईरान को अमेरिकी युद्धविराम प्रस्ताव पर सहमत होने के लिए राजी किया। उन्हें बताया गया कि इजराइल ने भी इस पर हस्ताक्षर कर दिए हैं।

ईरान ने ट्रंप की एक नहीं सुनी, इजराइल पर मिसाइल दागी, बज रहे सायरन : हालांकि इजराइल के साथ युद्ध में उलझे ईरान ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की एक नहीं सुनी। ट्रंप के दोनों देशों के संघर्ष विराम के लिए सहमत होने दावे को धता बताते हुए ईरान ने आज सुबह इजराइल पर बैलेस्टिक मिसाइलों से हमला किया है। इजराइल के कई शहरों में हमले से पूर्व के सायरन बज रहे हैं। इजराइल डिफेंस फोर्स (आईडीएफ) ने कुछ देर पहले माना है कि ईरान ने उस पर मिसाइल हमला किया है। इस वजह से सायरन बज रहे हैं। द टाइम्स ऑफ इजराइल की खबर के अनुसार, ट्रंप की युद्ध विराम घोषणा के बाद ईरान ने इजराइल पर बैलिस्टिक मिसाइलों से हमला किया है। हमले में किसी के घायल होने की कोई खबर नहीं है। ईरान की मेहर न्यूज एजेंसी की खबर के अनुसार, ईरान के विदेशमंत्री अब्बास अराघची ने एक्स पर लिखा, “अभी तक युद्ध विराम या सैन्य अभियान खत्म करने पर कोई समझौता नहीं हुआ है। बशर्ते इजराइल अगर तेहरान समय के अनुसार सुबह 4 बजे से पहले आक्रमण बंद कर दे तो हमें लड़ाई बंद कर देंगे। सैन्य संघर्ष समाप्त करने का अंतिम निर्णय इसके बाद किया जाएगा।” तेहरान टाइम्स की खबर के अनुसार, “ईरान के संसद अध्यक्ष के सलाहकार महदी मोहम्मदी ने एक्स पर लिखा है, “अमेरिका और इजराइल झूठ बोल रहे हैं। वे चाहते हैं कि ईरान अपनी चौकसी कम कर दे ताकि वे तनाव बढ़ा सकें।” ईरान-इजराइल युद्ध 13 जून को शुरू हुआ। इजराइल ने ईरान के आवासीय भवनों और परमाणु स्थलों पर अभूतपूर्व हमले किए, जबकि ईरानी वाशिंगटन के साथ छठे दौर की वार्ता में भाग लेने की तैयारी कर रहे थे।” द वाल स्ट्रीट जनरल की खबर के अनुसार, राष्ट्रपति ट्रंप ने सोमवार रात कहा कि इजराइल और ईरान युद्ध विराम पर सहमत हो गए हैं। राष्ट्रपति ने कहा कि संघर्ष विराम मंगलवार को बाद में चरणों में लागू होगा। इस बीच, रात भर लड़ाई जारी रही। ईरानी राज्य मीडिया ने कहा कि तेहरान में विस्फोटों के बीच हवाई रक्षा प्रणाली बंद हो गई। इजराइल की सेना ने कहा कि उसने ईरान से लॉन्च किए गए ड्रोन को रोक दिया।

मध्य पूर्व में हवाई क्षेत्र बंद, दुबई और दोहा जा रही कम से कम 26 वाणिज्यिक उड़ानें डायवर्ट : मध्य पूर्व में सुरक्षा कारणों से हवाई क्षेत्र बंद होने के चलते सोमवार को दुबई (यूएई) और दोहा (कतर) की ओर जा रही कम से कम 26 वाणिज्यिक उड़ानों का मार्ग बदलना पड़ा। विमानन विश्लेषण कंपनी सिरियम के अनुसार, डायवर्ट की गई उड़ानों में से 22 उड़ानें दोहा जा रही थीं, जबकि शेष चार दुबई की ओर थीं। इनमें से कुछ विमानों ने वैकल्पिक हवाई अड्डों पर लैंड किया, जबकि अन्य को अपने प्रस्थान स्थल पर लौटना पड़ा। सिरियम ने यह भी जानकारी दी कि दोहा की ओर डायवर्ट की गई उड़ानों में से 12 उड़ानों का संचालन कतर एयरवेज द्वारा किया जा रहा था। स्थिति की गंभीरता को देखते हुए उत्तरी अमेरिका से 39 उड़ानें और यूरोप से 210 उड़ानें सोमवार को मध्य पूर्व के लिए रवाना होने वाली थीं। हालांकि, यदि हवाई क्षेत्र शीघ्र नहीं खोला गया, तो इन उड़ानों के रद्द होने का खतरा बना हुआ है। यह घटनाक्रम ऐसे समय में हुआ है जब ईरान और अमेरिका के बीच सैन्य तनाव के चलते क्षेत्रीय सुरक्षा हालात बिगड़ गए हैं। कतर स्थित अल-उदीद अमेरिकी सैन्य अड्डे पर ईरान द्वारा मिसाइल हमले के बाद कई देशों ने एहतियात के तौर पर अपने हवाई मार्ग बंद या सीमित कर दिए हैं।

ईरान के हमले पर सऊदी अरब का कड़ा विरोध, कतर के समर्थन में उतरा : सऊदी अरब ने कतर में स्थित अल-उदीद सैन्य अड्डे पर ईरान द्वारा किए गए मिसाइल हमले की कड़े शब्दों में निंदा की है। सऊदी विदेश मंत्रालय द्वारा जारी आधिकारिक बयान में कहा गया कि यह हमला अंतरराष्ट्रीय कानून और सद्भावपूर्ण पड़ोसी संबंधों के सिद्धांतों का घोर उल्लंघन है। बयान में कहा गया, “राज्य ईरान के इस प्रतिशोधात्मक हमले की कड़ी निंदा करता है और इसे अंतरराष्ट्रीय कानून का स्पष्ट उल्लंघन मानता है। यह हमला क्षेत्रीय शांति और स्थिरता के लिए गंभीर खतरा है।” सऊदी अरब ने यह भी स्पष्ट किया कि वह कतर के साथ पूर्ण एकजुटता के साथ खड़ा है और “भाईचारे की भावना के तहत कतर द्वारा उठाए जाने वाले हर कदम में उसका पूर्ण समर्थन” करेगा। सऊदी अरब का यह बयान ऐसे समय में आया है जब ईरान ने अमेरिकी परमाणु ठिकानों पर हमले के जवाब में कतर स्थित अमेरिकी बेस पर मिसाइलें दागीं थीं, जिन्हें कतर की वायु रक्षा प्रणाली ने रोक लिया था। हालांकि हमले में कोई जनहानि नहीं हुई, लेकिन इससे खाड़ी क्षेत्र में तनाव काफी बढ़ गया है।