ईसीआरकेयू रेलकर्मियों के अधिकारों के लिए सतत संघर्ष करता रहेगा : मो ज़्याऊद्दीन

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दिवंगत लोको पायलट पंकज कुमार सिंह को दी गई श्रद्धांजलि

 Dhanbad:  ईस्ट सेन्ट्रल रेलवे कर्मचारी यूनियन ने बुधवार दोपहर को धनबाद शाखा वन में 1974 के हासिक रेल हड़ताल के पचास वर्ष पूरा होने पर अमर शहीदों को लाल सलाम व श्रद्धांजलि सभा आयोजित किया गया। सभा का संचालन सहायक महामंत्री ओमप्रकाश ने किया। सभा की शुरुआत में सदस्यों ने 1974 के शहीदों को अपनी श्रद्धांजलि अर्पित की। मौके पर जोनल सेक्रेटरी एआईआरएफ ओ पी शर्मा एवं वर्किंग कमिटी मेंबर मो ज़्याऊद्दीन को नई दिल्ली में पिछले महीने आयोजित एआईआरएफ के 100 वें अधिवेशन में उनके पुनः निर्वाचित किए जाने पर पुष्पहार पहना कर तथा जोरदार नारों से स्वागत किया गया। इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में अपनी बात रखते हुए जोनल सेक्रेटरी एआईआरएफ ओ पी शर्मा ने कहा कि 8 मई, 1974 को भारतीय रेलवे के 1.7 मिलियन कर्मचारियों ने औपचारिक रूप से हड़ताल शुरू की जो 20 दिनों तक चली। एआईआरएफ के तात्कालिक अध्यक्ष  जॉर्ज फर्नांडिस के नेतृत्व में, हड़ताल बुलाई गई। प्रमुख मांगों में न्यूनतम मज़दूरी, उत्पादकता आधारित बोनस, नौकरियों का स्थाईकरण, आठ घंटे की दैनिक कार्य सीमा निर्धारित करना, बढ़ती कीमतों के खिलाफ़ सुरक्षा के लिए मंहगाई भत्ता के अधिकार की माँग के लिए किया गया था। 1975 में इंदिरा गाँधी ने आंदोलन और जन आक्रोश को दबाने के लिए देश में आपातकाल लागू कर दिया जो 21 महीने तक चली। अंततः इंदिरा गाँधी ने  1977  में आपातकाल वापस लेकर आम चुनाव की घोषणा की। इस  आम चुनाव में इंदिरा गांधी हार गईं, हड़ताल के नेतृत्व कर्ता  केजॉर्ज फर्नांडिस जेल से जीत गए। और 1979 में चरण सिंह के नेतृत्व वाली सरकार ने रेलवे कर्मचारियों को बोनस देने के मांग स्वीकार कर लिया।  अपनी बात रखते हुए मो ज़्याऊद्दीन ने कहा कि वर्तमान में धनबाद मंडल प्रशासन मेहनतकश रेलकर्मियों के वाजिब मांगों के समाधान के प्रति उदासीन व्यवहार कर रहा है। सेक्शन में विभिन्न सुपरवाइजर  स्वेच्छाचारी व्यवहार बरत रहे हैं और प्रशासन को इस बावत जानकारी देने के बाद उलटे अधीनस्थ कर्मचारियों को ही स्थानांतरित कर दिया जा रहा है। सारे महत्वपूर्ण मांगों को लेकर एक मांगपत्र मंडल रेल प्रबंधन को लिखित रूप से सौंपा गया है। अब यह देखना है कि मंडल प्रबंधन क्या पहल करता है। यदि निश्चित समयावधि में समाधान नहीं निकला तो ईसीआरकेयू संघर्ष का क्षेत्र बढ़ाते हुए आंदोलन को तेज करेगा। इस विषय पर केन्द्रीय अध्यक्ष डी के पाण्डेय और महामंत्री एस एन पी श्रीवास्तव के साथ साथ एआईआरएफ के महामंत्री शिव गोपाल मिश्रा को भी धनबाद लाकर प्रशासन को मांगों को समाधान करने के लिए दबाव बनाया जाएगा। ईसीआरकेयू रेलकर्मियों के अधिकारों के लिए लगातार संघर्ष करता रहेगा। बैठक के समापन पर पिछले दिनों कोडरमा में रन ओवर हुए लोको पायलट पंकज कुमार सिंह के प्रति दु:ख व्यक्त करते हुए मौन धारण कर श्रद्धांजलि अर्पित की गई। यूनियन के मीडिया प्रभारी ने बताया कि इस बैठक में अपर महामंत्री मो ज़्याउद्दीन,सहायक महामंत्री ओम प्रकाश,केंद्रीय संगठन मंत्री सोमेंद्र दत्त और नेताजी सुभाष सहित बसंत दूबे,आर के सिंह,जे के साव,पी के सिन्हा,आई एम सिंह,एस चक्रवर्ती,सुबोध सिंह,मुकेश, सुदर्शन, अमरजीत,सी एस प्रसाद,सुजाता, रूचि,शिव  प्रसाद,अशोक कुमार, आर एन विश्वकर्मा सहित कई रेलकर्मियों ने भाग लिया।