एजबेस्टन टेस्ट से पहले वोक्स ने कहा- गेंदबाजों के लिए हो सकता है एक और कठिन सप्ताह

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Eksandeshlive Desk

बर्मिंघम : इंग्लैंड और भारत के बीच खेली जा रही एंडरसन-तेंदुलकर टेस्ट सीरीज का दूसरा मैच बुधवार से एजबेस्टन में खेला जाएगा। इससे पहले इंग्लैंड के अनुभवी तेज गेंदबाज क्रिस वोक्स ने माना है कि यह सप्ताह गेंदबाजों के लिए एक और चुनौतीपूर्ण हो सकता है। वोक्स अब इंग्लैंड की गेंदबाजी इकाई में सबसे वरिष्ठ खिलाड़ी हैं, और इस भूमिका का वह पूरा आनंद ले रहे हैं। वोक्स ने सोमवार को एक बयान में कहा, “मैंने अपने करियर का अधिकांश हिस्सा जेम्स एंडरसन और स्टुअर्ट ब्रॉड के साथ खेला है, इसलिए अब हालात कुछ अलग हैं। यह मेरे लिए एक शानदार अवसर है। मैं युवा खिलाड़ियों को अनुभव बांट रहा हूं और उनसे भी सीख रहा हूं। हर बार जब आप मैदान पर उतरते हैं तो कुछ नया सीखते हैं और यही यात्रा चलती रहती है।”

36 वर्षीय वोक्स ने यह भी कहा कि वह एंडरसन की तरह 41 साल की उम्र तक क्रिकेट नहीं खेलेंगे लेकिन उम्र को लेकर जितनी बातें होती हैं, वह उन्हें ज्यादा अहमियत नहीं देते। उन्होंने कहा, “मुझे नहीं लगता कि मैं 41 की उम्र में इंग्लैंड के लिए खेल रहा होऊंगा। लेकिन जब तक मैं टीम के लिए योगदान दे रहा हूं और अच्छा प्रदर्शन कर रहा हूं, तब तक खेलता रहूंगा। अगर कभी ऐसा समय आता है जब कोई कंधे पर हाथ रखकर विदाई की बात करे, तो वह भी ठीक है। लेकिन फिलहाल मैं खेल का पूरा लुत्फ उठा रहा हूं,” उन्होंने कहा। हेडिंग्ले टेस्ट में भारत की ओर से पांच शतक लगे और कुल मिलाकर दोनों टीमों ने मिलकर 1,673 रन बनाए। वोक्स ने स्वीकार किया कि पिच बल्लेबाजों के अनुकूल थी जिससे गेंदबाजों को काफी मेहनत करनी पड़ी। उन्होंने कहा, “हम जानते हैं कि भारतीय बल्लेबाज कितने मजबूत हैं। हेडिंग्ले में पिच बहुत फ्लैट थी, जिससे गेंदबाजी करना मुश्किल हो गया था, लेकिन हम 20 विकेट लेने में सफल रहे। बल्लेबाजों के हावी होने के बाद भी हमने मैच में वापसी की, जो एक अहम काबिलियत है। एजबेस्टन में भी हालात कुछ ऐसे ही हो सकते हैं, मौसम अच्छा है, तो गेंदबाजों के लिए यह एक और मुश्किल सप्ताह हो सकता है।”

इंग्लैंड ने हेडिंग्ले में 371 रनों का पीछा कर जीत दर्ज की, जो टेस्ट इतिहास में उनकी दूसरी सबसे बड़ी सफल रन चेज थी। वोक्स ने कहा कि टीम को अपने खेलने के तरीके पर भरोसा है और वे इसे आगे भी जारी रखेंगे। उन्होंने कहा,”आप जब अच्छा खेलकर जीतते हैं तो आत्मविश्वास बढ़ता है। हम जानते हैं कि हमें और बेहतर होना है। पिछले सप्ताह जो चीजें हमने ठीक नहीं कीं, उन्हें इस बार सुधारने की कोशिश करेंगे।” उन्होंने कहा, “हम अपनी क्रिकेट शैली को लेकर संतुष्ट हैं, यही ब्रांड पिछले कुछ वर्षों में हमें सफलता दिलाता आया है। हम उसी पर कायम रहेंगे, लेकिन सुधार की गुंजाइश हमेशा रहती है और हम उस पर काम करेंगे।”