एन टी पी सी पकरी बरवाडीह कोल परियोजना प्रमुख ने गिने चुने पत्रकारों के बीच की प्रेस वार्ता

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बडकागांव : पकरी बरवाडीह कोयला खनन परियोजना के द्वारा सीकरी साइट स्थित कार्यालय परिसर में गिने चुने पत्रकारों के बीच प्रेस वार्ता का आयोजन किया गया। जिसमें परियोजना के प्रमुख फैज तैय्यब और विभागीय प्रमुखों ने स्थानीय मीडिया से संवाद किया। इस सत्र में परियोजना की प्रमुख उपलब्धियों को गिनाया l परियोजना प्रमुख फैज तैयब अपनी उपलब्धियां को गिनाने में इतने मशगुल थे, की जनता के बीच फैली त्रासदी उन्हें नजर नहीं आई l परियोजना प्रमुख ने अपने सभी खामियों पर पर्दा डाल दिया , प्रयोजन प्रमुख फैज तैयब ने, ये नहीं बताया की ग्रामीणों के द्वारा गैर मजुरवा भूमि पर बाजबरन कंपनी द्वरा कब्जा कटने का आरोप है, श्री तैयब ने यह नहीं बताया की कोर्ट को गुमराह कर बार-बार सड़क मार्ग से ट्रांसपोर्टिंग के लिए एक्सटेंशन लिया जा रहा है, कंपनी ने यह भी नहीं बताया की बड़कागांव में कंपनी की ओर से शिक्षा और स्वास्थ्य व्यवस्था हेतु पब्लिक के लिए एक भी अस्पताल और स्कूल मुफ्त संचालित नहीं है, प्रयोजन प्रमुख ने यह नहीं बताया कि पीने के पानी का संकट पूरे बड़कागांव में फैला हुआ है और कंपनी आखों में पटी बांध रखी है , प्रयोजन प्रमुख ने यह नहीं बताया कि सड़क मार्ग से ट्रांसपोर्टिंग के कारण अनगिनत सड़क हादसे हो रहे हैं और प्रदूषण बद से बदतर होती जा रही ,श्री तैयब ने यह नहीं बताया की बिरहोर जनजाति के लोगों के मौत का कारण एनटीपीसी के द्वारा फैलाया गया प्रदूषण है, परियोजना प्रमुख ने यह नहीं बताया की 2025 में 27 वर्ष के युवाओं को NTPC 16 साल का दर्जा नहीं दे रही है जिससे सैकड़ो परिवार विस्थापन के लाभ से वंचित हो चुके हैं l ऐसे सैकड़ो सवाल हैं जिस पर कंपनी मौन धारण कर बैठी हुई है l और सबसे बड़ा सवाल, आज की प्रेस वार्ता का में जनता के हित के इन सारे सवालों के जवाब से कैसे बच गए परियोजना प्रमुख फैज तैयब l क्या इन सवालों से बचने के लिए ही चुनिंदा पत्रकारों को बुलाया गया था l खैर आगे बताता हूँ परियोजना प्रमुख ने “अपने मियां मिठू” खोते हुए क्या क्या बोले l

परियोजना प्रमुख ने बताया कि 31 जनवरी, 2025 तक, परियोजना ने कुल 14.48 मिलियन मीट्रिक टन (MMT) कोयला उत्पादन हासिल किया, जो वित्तीय वर्ष के लक्ष्य का 85.15% है। डिस्पैच कुल 3,854 रैक के साथ 85.02% लक्ष्य हासिल कर चुका है। विशेष रूप से, जनवरी 2025 में परियोजना के इतिहास में सबसे अधिक कोयला उत्पादन और ओवरबर्डन रीमुव किया गया है, जो क्रमशः 1.64 MMT और 7.46 MCM है। परियोजना ने कई सम्मान भी प्राप्त किए हैं, जिसमें DGMS के तहत आयोजित पहले अखिल भारतीय खनन सुरक्षा पुरस्कारों में ओपनकास्ट कोयला (बड़ी क्षमता खदान) में तीसरा स्थान प्राप्त किया। इसके अलावा CSR पहलों के लिए GMF गोल्डन मेडल पुरस्कार से परियोजना को सम्मानित किया गया। इन सबके अतिरिक्त प्रेसवार्ता में परियोजना प्रमुख फ़ैज तैय्यब के द्वारा यह बताया गया कि 1 अप्रैल 2025 से महज़ 3MMT कोयले को सड़क मार्ग से ले जाया जाएगा शेष प्रोडक्शन को हम कन्वेयर बेल्ट के माध्यम से ही ले जाएंगे।
परियोजना द्वारा महज़ 3MMT सड़क मार्ग से परिवहन करने से आस पास के इलाकों में सड़क मार्ग से हो रहे प्रदूषण कम होंगे और निश्चित तौर पर आस पास के क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को सहूलियत मिलेगी। परियोजना प्रमुख ने यह भी बताया कि हमने हाल ही जनवरी में बानादाग रेलवे साइडिंग से 20,000वें रैक हमने डिस्पैच किया है जो हमारे लिए गौरव की बात है। CSR के दृष्टिकोण से, परियोजना ने अपनी शुरुआत से अब तक 862 चिकित्सा शिविरों का आयोजन किया है, जिससे 83,000 से अधिक लोगों को लाभ हुआ है। और स्थानीय समुदायों के लिए विभिन्न आजीविका और सशक्तिकरण कार्यक्रम शुरू किए हैं। इनमें आधुनिक कृषि में प्रशिक्षण, महिला सशक्तिकरण के लिए कौशल विकास और स्थानीय गांवों के लिए बुनियादी ढांचे में सुधार शामिल हैं।प्रेस मीट का समापन एक प्रश्नोत्तर सत्र के साथ हुआ, जिसमें श्री तैयब ने खनन संचालन, पर्यावरणीय चिंताओं और CSR प्रयासों से संबंधित प्रश्नों का उत्तर दिया। एक सवाल के जवाब में तैयब ने सूर्य मंदिर से लेकर मुख्य चौक से लेकर थाना परिसर तक, मुख्य चौक से लेकर बरवाडीह तक सड़क पर पानी छिड़काव शुरू करबाने का आश्वासन दिया है l