कुलपति इंटरमीडिएट में यथाशिग्र नामांकन का आदेश दे
Eksandesh Desk
रांची: रांची जिला एनएसयूआइ प्रतिनिधिमंडल रांची विश्विद्यालय कुलपति डा.अजीत सिन्हा से मिला।
इंटरमीडिएट के छात्रों का नामांकन वाला मामला जो चल रहा है। उसके पास झारखंड हाई कोर्ट का साफ निर्देश निकला था कि रांची यूनिवर्सिटी के अंतर्गत जितने भी इंटरमीडिएट के छात्रो का एडमिशन होता है। उन कॉलेज में आधी सूचना जारी की जाती है।
उसके कुछ दिन बाद रांची यूनिवर्सिटी ने नोटिफिकेशन निकाला और NAAC का हवाला देते हुए इंटरमीडिएट का एडमिशन नोटिफिकेशन का मामला को वापस ले लिया गया उसके बाद इंटरमीडिएट के शिक्षक और छात्र अपना नए मांगे के लिए हाई कोर्ट का दरवाजा खटखटाया झारखंड हाई कोर्ट के आदेश का हम स्वागत किया जाता है कि छात्र और शिक्षक और स्टाफ के हित में जीत हुई और एडमिशन लेने का परिक्रिया सुरु करवायी गयी लेकिन रांची यूनिवर्सिटी के कुलपति का दुर्भाग्य है कि सुप्रीमकोर्ट में पीआईएल दर्ज करने के बाद सुप्रीमकोर्ट ने पीआईएल को खारिज कर दिया छात्र हित में निर्णय आया । जिला संगठन रांची विश्वविद्यालय के मुख्य द्वार पर आ गए थे लेकिन विश्वविद्यालय में आंदोलन के कारण से रांची विश्वविद्यालय के कुलपति अजीत सिन्हा नहीं आए ।
NSUI जिला अध्यक्ष अमन अहमद ने माननीय सर्वोच्च न्यायालय के फैसले का स्वागत करते हुए धन्यवाद आभार प्रकट किया है ।अमन अहमद ने कहा की फैसला छात्रहित में आया, सैकड़ों छात्र छात्राओं का भविष्य के पक्ष में आया । मध्यवर्गीय परिवार वाले शिक्षक एवम कर्मचारीयों के हित में आया है। यह छात्र संघ और शिक्षक संघ की जीत है और रांची विश्विद्यालय के कुलपति डा.अजीत कुमार सिन्हा की ज़िद की हार है । माननीय सर्वोच्च न्यायालय के आदेश का पालन करे और तत्काल नामांकन दाखिला पोर्टल खोले रांची विश्विद्यालय प्रशासन। आंदोलन में मोहम्मद हुसैन अंसारी, आर्यन कुमार, सैयद इकबाल अख्तर, अंकिता शेखर, सरफराज अहमद, कैस अहमद, आदि छात्र शामिल थे ।