Eksandeshlive Desk
नई दिल्ली : वायु सेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल एपी सिंह ने पश्चिमी वायु कमान के कमांडरों के साथ बातचीत में मल्टील डोमेन युद्ध लड़ने और जीतने की क्षमता सुनिश्चित करने के लिए प्रशिक्षण को आगे बढ़ाने की आवश्यकता पर चर्चा की है। उन्होंने भारतीय वायु सेना को और भी बड़ी उपलब्धियों तक ले जाने के लिए सभी कमांडरों से सामूहिक क्षमता, क्षमता और प्रतिबद्धता का आह्वान किया।
वायु सेना प्रमुख को गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया
वायु सेना प्रमुख पश्चिमी वायु कमान (डब्यू सा एसी) के कमांडरों के दो दिवसीय सम्मेलन में 6-7 दिसंबर को नई दिल्ली में बतौर मुख्य अतिथि शामिल हुए। डब्यूप् एसी के एयर ऑफिसर कमांडिंग-इन-चीफ एयर मार्शल पीएम सिन्हा ने उनकी अगवानी की और उनके आगमन पर उन्हें औपचारिक गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया। सम्मेलन के दौरान सीएएस ने कमांडरों के साथ बातचीत में मल्टी -डोमेन युद्ध लड़ने और जीतने की क्षमता सुनिश्चित करने के लिए प्रशिक्षण को आगे बढ़ाने की आवश्यकता पर चर्चा की। उन्होंने इस वर्ष की थीम ‘भारतीय वायु सेना : सशक्त, सक्षम, आत्मनिर्भर’ पर जोर दिया और भारतीय वायु सेना को और भी बड़ी उपलब्धियों तक ले जाने के लिए सभी कमांडरों से सामूहिक क्षमता, क्षमता और प्रतिबद्धता का आह्वान किया।
विभिन्न क्षेत्रों में प्रगति की जरूरत पर दिया बल
उन्होंने विभिन्न क्षेत्रों में प्रगति की जरूरत पर बल दिया, जिसमें बेहतर प्रशिक्षण और योजना के माध्यम से परिचालन क्षमता में वृद्धि की जा सके। उन्होंने नए शामिल किए गए उपकरणों का शीघ्र संचालन, सुरक्षा और संरक्षा तथा सभी स्तरों पर नेतृत्व क्षमता के विकास पर जोर दिया, ताकि वे भविष्य के लिए तैयार होकर मजबूत बल बन सकें।सीएएस ने अपने संबोधन में भारत और विदेश दोनों में राहत एवं बचाव कार्यों (एचएडीआर) के लिए सबसे पहले तैयार रहने, उच्च परिचालन उत्कृष्टता बनाए रखने के लिए ‘दुर्जेय लड़ाकू बल’ बने रहने तथा हमेशा ‘मिशन, अखंडता और उत्कृष्टता’ के वायु सेना के मूल मूल्यों को सर्वोपरि रखने के लिए डब्ल्यूएसी कीभूमिका को सराहा।