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रांची : संत जेवियर्स कॉलेज में डॉ. फादर कामिल बुल्के की जयंती पर आईक्यूएसी व रिसर्च डेवलपमेंट सेल द्वारा शोध दिवस के रूप में मनाया गया। पद्म भूषण फादर कामिल बुल्के के जयंती पर उनकी उपलब्धियां व शोध के प्रति लगाव का व्याख्यान किया गया। इस अवसर पर मुख्य अतिथि कॉलेज के पूर्व प्राचार्य डॉ. फादर निकोलस टेटे, एसजे ने वर्तमान शोध की चुनौतियों को रेखांकित करते हुए बताया कि शोध केवल अकादमिक जरूरत नहीं बल्कि जीवन भर की बौद्धिक सच्चाई और संस्थागत उत्कृष्टता हैे उन्होंने अपने संबोधन में बिन्दुवार शोध विषय पर बोलते हुए कहा कि शोध को अकादमिक क्षेत्र का ह्रदय माना जाता हैे शोध के माध्यम तथ्य के पीछे जाकर खोज कर अपने विषयात्मक सोच को बढ़ा सकते हैे कॉलेज के प्राचार्य डॉ. फादर रोबर्ट प्रदीप कुजूर, एसजे ने भी अपने वक्तव्य में प्राध्यापकों को शिक्षण के साथ शोध के ओर उन्मुख होने के प्रेरित कियो इस दौरान कॉलेज के वार्षिक रिसर्च मैगजीन, क्वैडरेंट का विमोचन किया और जून 2022 से अगस्त 2025 तक शिक्षकों द्वारा किये गए शोध के लिए उन्हें प्रशस्ति पत्र तथा प्रतिक चिन्ह देकर सम्मानित किया। उप प्राचार्य ने भी फादर कामिल बुल्के की जीवनी पर प्रकाश डाला। मौके पर कॉलेज के रेक्टर डॉ. फादर सुधीर मिंज, एसजे, आईक्यूएसी संयोजक डॉ. शिव कुमार, डीएसडब्ल्यू डॉ. संजय सिन्हा व कॉलेज के प्राध्यापकगण उपस्थित रहे।मंच का सञ्चालन डॉ. अनन्या बोस व एंजेलिन टोप्पो ने किया।