Mustafa Ansari
रांची: फ्लोरेंस ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशंस आई डोनेशन अवेयरनेस क्लब व कश्यप मेमोरियल आई बैंक के संयुक्त तत्वाधान में ओरमांझी के इरबा में नेत्रदान जागरुकता अभियान चलाया गया। जिसमें कश्यप मेमोरियल आई हॉस्पिटल के नेत्र विशेषज्ञों ने फ्लोरेंस ग्रुप ऑफ इंस्टिट्यूशंस के प्रशिक्षु नर्स,फार्मा छात्रगण एवं अन्य पारा मेडिक्स को आई डोनेशन के महत्व के बारे में समझाया। साथ ही यह भी बताया कि किस परिस्थिति में मृत्यु उपरांत अपने परिजन का नेत्रदान कर सकते हैं,और किस परिस्थिति में मृत्यु उपरांत नेत्रों का दान नहीं किया जा सकता है। तत्पश्चात फ्लोरेंस ग्रुप ऑफ इंस्टिट्यूशंस की 700 की संख्या में प्रशिक्षु नर्स,फार्मा छात्रगण,अन्य पारा मेडिकल एवं कर्मचारियों के द्वारा नेत्रदान जागरूकता की एक रैली निकाली गई। इसका नेतृत्व मेमोरियल आई हॉस्पिटल के नेत्र विशेषज्ञों व फ्लोरेंस ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशंस की डायरेक्टर डॉ. शाहीन ने की। इस मौके पर कई प्रशिक्षुओं ने नेत्रदान का शपथ-पत्र भी भरा।
वहीं डॉ. भारती कश्यप मेडिकल डायरेक्टर ने बताया कि उक्त कश्यप मेमोरियल आई बैंक द्वारा अब तक 920 नेत्र प्रत्यारोपण किए हैं, जो पूरे झारखंड का अब तक हुए नेत्र प्रत्यारोपण का 80% से भी ज्यादा है। 2024 में अभी तक 80 नेत्र प्रत्यारोपण एवं 2023 में कश्यप मेमोरियल आई बैंक में 106 नेत्र प्रत्यारोपण हुए थे,उन 106 नेत्र प्रत्यारोपण में स्थानीय लोगों से मृत्यु उपरांत 38 ही नेत्रदान प्राप्त हुए थे। डॉ. निधि गडकर कश्यप के नेतृत्व में कॉर्निया विशेषज्ञों की एक बड़ी टीम सफलता पूर्वक काम कर रही है। फ्लोरेंस ग्रुप ऑफ इंस्टिट्यूशंस की डायरेक्टर डॉ. शाहीन ने बताया की भारत में जागरूकता की कमी और भ्रम के कारण नेत्रदान करने से लोग दूर रहते है। वहीं ऐसे भी लोग है जो नेत्रदान करना तो चाहते हैं, लेकिन उन्हें जानकारी नहीं होती है। ऐसे में फ्लोरेंस ग्रुप ऑफ इंस्टिट्यूशंस एवं कश्यप मेमोरियल आई बैंक का यह नेत्रदान जागरूकता का प्रयास बहुत सराहनीय है और यह आगे भी जारी रहेगा जो लोगों को जागरूक करने, भ्रम मिटाने का एक बड़ा माध्यम बनेगा और नेत्रदान के प्रति लोगों को प्रेरित करेगा।