राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन और CM हेमंत ने बाबा साहेब की प्रतिमा पर किया माल्यार्पण

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Ranchi: बाबा साहेब डॉ भीमराव अंबेडकर की जयंती पर उन्हें पूरा राष्ट्र नमन कर रहा है. इस अवसर पर झारखंड के राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन और मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने राजधानी रांची के डोरंडा स्थित उनकी प्रतिमा पर माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि अर्पित की. मुख्यमंत्री ने कहा कि बाबा साहेब मजबूत इरादों के शख्सियत थे. वे एक महान शिक्षाविद, विधिवेत्ता और समाज सुधारक थे. उन्होंने देश को एक ऐसा संविधान दिया, जो सभी वर्ग और तबके को सम्मान देता है. उनका व्यक्तित्व और विचार हर किसी के लिए अनुकरणीय हैं.

CM हेमंत ने किया ट्वीट

बाबा साहेब की 132वीं जयंती पर सीएम हेमंत सोरेन ने ट्वीट कर उन्हें याद किया है. उन्होंने लिखा “बाबा साहेब डॉ भीमराव अम्बेडकर जी की जयंती पर शत-शत नमन। बाबा साहेब ने देश को ऐसा संविधान दिया जहां हर वर्ग, हर समाज, चाहे वो अमीर हो या गरीब – एक दूसरे को सम्मान देता है। आज का दिन हम सभी के लिए गौरव का दिन है। बाबा साहेब हम सभी के लिए गौरव के प्रतीक हैं।

जय भीम!
जय झारखण्ड!”

डॉक्टर भीमराव का जन्म  

डॉक्टर भीमराव अंबेडकर का जन्म 14 अप्रैल 1981 को मध्यप्रदेश के महू में हुआ था. बाबा साहेब के माता-पिता का नाम रामजी मालोजी सकपाल और भीमाबाई है. बता दें कि अंबेडकर अपने 14 भाई-बहनों में सबसे छोटे थे. अंबेडकर अछूत माने जानी वाली जाति महार से थे. ऐसे में शुरू से ही उन्हें भेदभाव झेलना पड़ा था.

शिक्षा और उपलब्धि

बता दें कि भीमराव अंबेडकर को शुरुआती शिक्षा के दौरान छुआछूत जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ा था. लेकिन उन्होंने इसे नजरअंदाज किया और पढ़ाई में ध्यान बनाए रखा. दरअसल, जब बाबा साहेब ने अपनी शुरुआती पढ़ाई शुरू की थी. तब समाज में छुआछूत जैसी कुप्रथा काफी थी.

प्रारंभिक शिक्षा प्राप्त करने के बाद अंबेडकर आगे  की शिक्षा के लिए विदेश चले गए. बाबा साहेब  साल 1913 में अमेरिका के कोलंबिया यूनिवर्सिटी से लॉ किया. इकोनॉमिक्स और पॉलिटिकल साइंस में डिग्री प्राप्त की. इसके बाद भारत में लेबर पार्टी का गठन किया. वहीं, भारत के आजादी के बाद कानून मंत्री बने. इसके अलावा दो बार राज्यसभा के लिए सांसद चुने गए. बाबा साहेब संविधान समिति के अध्यक्ष रहे. देश में समाज में समानता लाने का प्रयास करने वाले अंबेडकर को 1990 में भारत का सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार ‘भारत रत्न’ से भी सम्मानित किया गया.