Eksandeshlive Desk
नई दिल्ली : केंद्रीय ऊर्जा मंत्री मनोहर लाल खट्टर ने कहा कि पिछले एक दशक में शहरी क्षेत्रों में बिजली की उपलब्धता 22 घंटे से बढ़कर 23.4 घंटे हो गई है, जबकि ग्रामीण क्षेत्रों में यह 12.5 घंटे से बढ़कर 22.4 घंटे हो गई है। केंद्रीय ऊर्जा मंत्री मनोहर लाल खट्टर ने विद्युत मंत्रालय के संसद सदस्यों की परामर्शदात्री समिति की बैठक के बाद यह जानकारी दी। “पुनर्निर्मित वितरण क्षेत्र योजना (आरडीएसएस) के कार्यान्वयन” पर चर्चा के लिए यह बैठक बुलाई गई थी।
ऊर्जा मंत्री ने स्मार्ट मीटर स्थापना के कार्यान्वयन पर जोर देते हुए कहा कि स्मार्ट मीटर बिलिंग त्रुटियों को कम कर ऊर्जा दक्षता को बढ़ाने और उपयोगकर्ताओं के लिए ज्यादा सुविधा प्रदान करके उपभोक्ता और वितरण कंपनी, दोनों को लाभान्वित करते हैं। वहीं, डिस्कॉम को घाटे को कम करने, बिजली खरीद लागत के अनुकूलन और नवीकरणीय ऊर्जा के एकीकरण आदि में मदद करते हैं। विद्युत मंत्रालय ने शनिवार को जारी बयान में कहा कि केंद्रीय विद्युत और आवास एवं शहरी कार्य मंत्री मनोहर लाल की अध्यक्षता में 16 जनवरी को राजधानी नई दिल्ली में “पुनर्निर्मित वितरण क्षेत्र योजना (आरडीएसएस) के कार्यान्वयन” विषय पर चर्चा हेतु विद्युत मंत्रालय के लिए सांसदों की परामर्शदात्री समिति की बैठक आयोजित की गई। बैठक के दौरान विद्युत और नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा राज्य मंत्री श्रीपद येसो नाइक भी उपस्थित थे। इसके अलावा विद्युत मंत्रालय की परामर्शदात्री समिति के सदस्य, सचिव (विद्युत) पंकज अग्रवाल और विद्युत मंत्रालय के अन्य अधिकारी, सीईए के अध्यक्ष और आरईसी लिमिटेड और पावर फाइनेंस कॉरपोरेशन लिमिटेड के सीएमडी ने बैठक में भाग लिया।