हांगकांग के मीडिया उद्यमी लाई ची-यिंग को अदालत ने देशद्रोह के आरोप में दोषी ठहराया

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Eksandeshlive Desk

हांगकांग : चीन के प्रमुख आलोचक और हांगकांग के सबसे शक्तिशाली मीडिया उद्यमी लाई ची-यिंग को अदालत ने राष्ट्रीय सुरक्षा को खतरे में डालने वाले अपराधों के कुल तीन देशद्रोह के आरोपों से जुड़े एक मामले में दोषी ठहराया है। हांगकांग विशेष प्रशासनिक क्षेत्र (एचकेएसएआर) सरकार के उच्च न्यायालय की पहली बार सुनवाई करने वाली अदालत से सोमवार को दोषी ठहराए जाने के बाद उन्हें आजीवन कारावास की सजा हो सकती है। अदालत ने लाई ची-यिंग के अलावा तीन कंपनियों एप्पल डेली लिमिटेड, एप्पल डेली प्रिंटिंग लिमिटेड और एडी इंटरनेट लिमिटेड को भी दोषी ठहराया है। हांगकांग के अखबार द स्टैंडर्ड और सीएनएन चैनल की रिपोर्ट के अनुसार आरोपों में राष्ट्रीय सुरक्षा को खतरे में डालने के लिए किसी विदेशी देश या बाहरी तत्वों के साथ मिलीभगत की साजिश, हांगकांग राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (एचकेएनएसएल) के अनुच्छेद 29 और अपराध अध्यादेश की धारा 159 ए और 159 सी, राजद्रोही सामग्री का प्रकाशन करना आदि पर अदालत ने दोषी ठहराया। सजा सुनाने की तारीख अगले साल 12 जनवरी के बाद घोषित की जाएगी। एचकेएसएआर सरकार ने फैसले का स्वागत किया।

एचकेएसएआर के मुख्य कार्यकारी जॉन ली ने कहा, “लाई ची-यिंग लंबे समय से अपने अखबार एप्पल डेली के माध्यम से सामाजिक टकराव पैदा कर रहे हैं। खुलेआम चीन और एचकेएसएआर के खिलाफ विदेशी प्रतिबंधों की गुहार लगा रहे हैं।उन्होंने देश के मूल हितों और हांगकांग के लोगों की भलाई को नुकसान पहुंचाया है। यह शर्मनाक है।” इस केस की सुनवाई 156 दिन में पूरी हुई। इस दौरान लाई ची-यिंग को 52 दिन तक अदालत में मौजूद रहना पड़ा।। सरकारी प्रवक्ता ने कहा कि अदालत ने पाया कि लाई को कई सालों से पीपल्स रिपब्लिक ऑफ चाइना (पीआरसी) के प्रति गुस्सा और नफरत थी। वह बीजिंग का विरोध कर अमेरिका से फायदा उठाना चाहते थे। प्रवक्ता ने इस बात पर जोर दिया कि लाई को हिरासत के दौरान उचित इलाज और मेडिकल देखभाल मिली। जेल में उनके अनुरोध पर ही उन्हें एकांत (तनहाई) में रखा गया। रिपोर्ट के अनुसार अपनी मेहनत से इस मुकाम पर पहुंचे अरबपति 78 वर्षीय लाई पर 2020 में सुरक्षा कानून के तहत आरोप लगाए गए थे। उन्होंने एप्पल डेली की स्थापना की। लोकतंत्र समर्थक इस अखबार को 2021 में जबरन बंद करा दिया गया। लाई ने सभी आरोपों में खुद को बेगुनाह बताया है। उन्हें उम्रकैद की सजा हो सकती है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप आदि वैश्विक नेताओं ने उन्हें दोषी ठहराए जाने के फैसले की आलोचना की है। लाई ब्रिटिश नागरिक हैं। ब्रिटिश सरकार ने उनकी रिहाई की मांग की थी। लंदन में सोमवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में लाई के बेटे सेबेस्टियन ने कहा कि वह अपने पिता की हालत को लेकर बहुत दुखी हैं। ब्रिटेन के विदेश सचिव यवेट कूपर ने फैसले की निंदा करते हुए इसे राजनीति से प्रेरित बताया और कहा कि बीजिंग का राष्ट्रीय सुरक्षा कानून चीन के आलोचकों को चुप कराने के लिए लागू किया गया है। बाद में उन्होंने ब्रिटिश सांसदों को बताया कि विदेश मंत्रालय ने चीनी राजदूत को बुलाकर ब्रिटेन के रुख से अवगत करा दिया है।

अदालत में फैसला सुनाए जाते समय लाई पूरे समय शांत दिखे। फैसला आने पर उन्हें अदालत कक्ष से बाहर ले जाया गया। उन्होंने अपना चश्मा उतारा और अपना चेहरा पोंछा। उन्हें 2020 के आखिर में गिरफ्तार किया गया था। 2022 में उन्हें धोखाधड़ी के अलग-अलग आरोपों में पांच साल और नौ महीने जेल की सजा सुनाई गई थी। लाई का जन्म चीन में हुआ था और 12 साल की उम्र में वह ब्रिटिश-शासित हांगकांग आ गए। यहां फैक्टरी मजदूर से लेकर मीडिया मुगल तक का सफर तय किया। लाई ट्रंप के कट्टर समर्थक हैं। अमेरिकी राष्ट्रपति ने सोमवार को कहा कि उन्होंने इस मामले में चीन के नेता शी जिनपिंग से बात की थी और उनसे लाई को रिहा करने पर विचार करने के लिए कहा था। ट्रंप ने ओवल ऑफिस में में कहा, “मैं इस फैसले से आहत हूं। उनकी तबीयत ठीक नहीं है। वह बुजुर्ग हैं।” ट्रंप ने अक्टूबर में दक्षिण कोरिया में शी से मुलाकात के दौरान लाई का मामला उठाया था। वाशिंगटन में चीनी दूतावास और हांगकांग सरकार दोनों ने “बाहरी ताकतों” को अंदरूनी मामलों और न्यायिक प्रक्रिया में दखल देने के खिलाफ चेतावनी दी है।

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