हाथी के बच्चे का शव बरामद

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वन‌ विभाग की टीम जांच में जुटी

Deepak Mishra
लातेहार: जिले के बालूमाथ थाना क्षेत्र अंतर्गत बघोता टोला के पास खेत में रविवार को जंगली हाथी का बच्चा मृत अवस्था में पाया गया है। इस मामले की सूचना मिलने के बाद में वन विभाग की टीम घटनास्थल पर पहुंच कर पूरे मामले की छानबीन शुरू की। रविवार को गांव के बगल में स्थित खेत में ग्रामीणों ने एक हाथी के बच्चे को पड़ा हुआ देखा गया है जब ग्रामीण उसके पास गये तो देखा कि हाथी का बच्चा मर चुका है। इसके बाद में ग्रामीणों ने तत्काल इसकी सूचना वन विभाग को दिया सूचना मिलने के बाद में डीएफओ प्रवेश अग्रवाल के निर्देश पर वन विभाग की टीम घटना स्थल पर पहुंचकर हाथी के बच्चे को कब्जे में ले लिया।
वन विभाग की टीम ने से पहले मेंटल डिटेक्टिव मशीन से हाथी के बच्चे की जांच की विभाग द्वारा हाथी के बच्चे के पोस्टमार्टम के लिये लातेहार से विशेषज्ञ पशु चिकित्सकों की टीम को भी घटनास्थल पर भेजा गया। इस संबंध में फॉरेस्ट अधिकारी विजय शंकर शर्मा ने बताया कि हाथी के बच्चे की मौत की सूचना मिलने के बाद में वन विभाग की टीम पूरे मामले की छानबीन में जुटी हुई है। उन्होंने कहा कि हाथी का बच्चा काफी कम उम्र का लग रहा है देखने से ऐसा प्रतीत होता है कि यह अभी एक माह का भी नहीं होगा। वन‌ विभाग हर पहलू को ध्यान में रखकर मामले की जांच आरंभ कर दिया है पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद स्पष्ट हो पायेगा कि हाथी के बच्चे की मौत आखिर कैसे हुई थी।
8 दिनों से हाथियों ने मचा रखा था उत्पात
ग्रामीणों ने बताया कि पिछले 8 दिनों से हाथियों के झुंड ने पूरे इलाके में उत्पात मचा रखा है। साधना उरांव ने बताया कि लगभग 12 की संख्या में जंगली हाथी पूरे इलाके में लगातार भ्रमण कर रहे हैं रात को ग्रामीणों के खेत में लगे हुये धान के फसल को बर्बाद कर रहे है।  कल रात में भी हाथी का झुंड इधर में आया हुआ था हाथियों ने खेत में लगे फसलों को बर्बाद भी किया। रविवार को ग्रामीणों ने हाथी के बच्चे को मरा हुआ पाया है ग्रामीणों ने बताया कि जहां हाथी का बच्चा मरा हुआ पड़ा था वहां पर काफी कीचड़ है हो सकता है कि कीचड़ में फंसकर गिर जाने के बाद में बड़े हाथी के पैर से दबकर हाथी के बच्चे की मौत हो गया है।
हाथियों का आतंक से पिछले कई दिनों से परेशान है ग्रामीण

बालूमाथ, बरियातू , हेरहंज आदि प्रखंडों में पिछले कई माह से जंगली हाथियों का आतंक चरम पर है। हाथियों के द्वारा अब तक 50 से अधिक ग्रामीणों के घर को ध्वस्त कर दिया गया है इसके अलावा खेतों में लगे हुये फसलों को भी नुकसान पहुंचाजा रहा है।  हालांकि वन विभाग के द्वारा हाथियों को सुरक्षित जंगल में खदेड़ने के लिये लगातार प्रयास भी किया जा रहा है परंतु जंगली हाथी वापस गांव के आसपास में पहुंच जा रहे है जिससे ग्रामीणों को काफी नुकसान पहुंच रहा है। 

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