हेमंत मंत्रिमंडल जेल जाने की बाध्यता को दूर करे: पुष्कर महतो

Ek Sandesh Live

KAMESH THAKUR

रांची: झारखंड आंदोलनकारी संघर्ष मोर्चा ने झारखंड आंदोलनकारी के लिए निशुल्क बस सेवा शुरू किए जाने हेतु मंत्रिमंडल के निर्णय का स्वागत किया है। संघर्ष मोर्चा के संस्थापक एवं प्रधान सचिव पुष्कर महतो ने कहा कि हेमंत सोरेन मंत्रिमंडल को राज्य के लिए संघर्ष व शहादत देने वालों के प्रति और उदारता दिखाये तथा जेल जाने की बाध्यता को समाप्त करते हुए सभी आंदोलनकारियों को समान रूप से राजकीय मान सम्मान, पहचान नियोजन पुत्र -पुत्रियों एवं आश्रितों व सम्मान राशि 50 50 हजार रुपया देने का बड़ा और महत्वपूर्ण निर्णय लेना चाहिए। आज राज्य बना है तो झारखंड आंदोलनकारियों के संघर्ष के बल पर ही बना है और देश और दुनिया के सबसे लंबे संघर्षों में झारखंड अलग राज्य का आंदोलन सबसे बड़ा है। इस आंदोलन के क्रम में हजारों की संख्या में लोगों ने शहादत को प्राप्त किया है और लोगों ने अपने गोल्डन एरा जवानी को दिया है। जिसका मूल्यांकन सहज व सरल नहीं किया जा सकता है। आज हेमंत सोरेन मंत्रिमंडल की पहचान भी झारखंड आंदोलनकारियों के त्याग व बलिदान का प्रतिफल है। उन्होंने कहा कि आंदोलनकारियों की शक्तियों को कमतर कर आकना आज के संदर्भ में सरकार के मंत्रिमंडल के लिए गलतफहमी होगी। झारखंड आंदोलनकारी आज भी इस राज्य की बड़ी ताकत है। 12 अक्टूबर को झारखंड आंदोलनकारियों ने महाजुटान करके अपनी शक्ति का प्रदर्शन कर चुके हैं। इसलिए आंदोलनकारियों की मांग जेल जाने की बाध्यता को समाप्त कर सभी को समान रूप से राजकीय मान सम्मान, पहचान, नियोजन व सम्मान राशि 50-50 हजार रु देने की दिशा में हेमंत सोरेन मंत्रिमंडल को 15 नवंबर स्थापना दिवस से पूर्व महत्वपूर्ण निर्णय लेकर आंदोलनकारियों को कृतार्थ करें व नये वर्ष के लिए अभी से ही बड़ा उपहार देने की दिशा में पहल करे। झारखंड आंदोलनकारियों का सम्मान ही राज्य का बड़ा सम्मान है। इस सम्मान का हेमंत मंत्रिमंडल सहभागी बने। उन्होंने कहा कि हेमंत मंत्रिमंडल झारखंड आंदोलनकारियों को बोझ ना समझे बल्कि आंदोलनकारियों का बोझ को श्रवण कुमार की तरह अपने कंधे में उठाएं।