Eksandesh Desk
हजारीबाग: फर्जीवाड़ा कर फौज में भर्ती और हां हौसले असली पर दस्तावेज फर्जी। देशभक्ति की मिसाल पेश करते हुए दो युवा अभ्यर्थी बीएसएफ में भर्ती होने के लिए पश्चिम बंगाल से सीमा सुरक्षा बल मेरु कैंप पहुंचे। कंधे पर राष्ट्र सेवा का सपना, और जेब में फर्जी दस्तावेज़।बीएसएफ कैंप मेरु में दो अभ्यर्थियों को फर्जी दस्तावेजों के आधार पर जॉइनिंग करने की कोशिश करते हुए गिरफ्तार किया गया है। बीएसएफ कैंप मेरु में भर्ती प्रक्रिया के दौरान उस वक्त हड़कंप मच गया जब दस्तावेजों की जांच में दो अभ्यर्थी संदिग्ध पाए गए। जांच में सामने आया कि दोनों ने फर्जी दस्तावेजों के सहारे भर्ती की प्रक्रिया में शामिल होने की कोशिश की थी।
इस पूरे मामले में मुफस्सिल थाना में कांड संख्या 88/25 के तहत मामला दर्ज किया गया है। गिरफ्तार किए गए अभियुक्तों की पहचान पौलूस सोरेन, पिता नरेश सोरेन, निवासी ग्राम चौकी बलिया, थाना सागर दिघी, जिला मुर्शिदाबाद, पश्चिम बंगाल तथा रवि बेसरा, पिता दीप्ति बेसरा, निवासी ग्राम गुदादंगा, थाना नभग्राम, जिला मुर्शिदाबाद, पश्चिम बंगाल के रूप में हुई है। दोनों अभियुक्तों को बीएसएफ अधिकारियों की सतर्कता के कारण पकड़ा जा सका और उन्हें तुरंत हिरासत में लेकर पूछताछ की गई। पूछताछ में दस्तावेजों की फर्जीवाड़े की पुष्टि होते ही पुलिस ने कार्रवाई करते हुए दोनों को न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। फिलहाल पुलिस मामले की तह तक जाने की कोशिश कर रही है और यह पता लगाने की कोशिश की जा रही है कि क्या इस फर्जीवाड़े के पीछे कोई बड़ा गिरोह सक्रिय है। बीएसएफ प्रशासन ने भी मामले की गंभीरता को देखते हुए सभी दस्तावेजों की गहन जांच के निर्देश दिए हैं।