इजराइल-ईरान संघर्ष के चौथे दिन जान-माल का भारी नुकसान, कूटनीतिक प्रयास ठप

INTERNATIONAL

Eksandeshlive Desk

तेहरान/जेरूसलम : इजराइल और ईरान के बीच चल रहा घातक सैन्य टकराव सोमवार को चौथे दिन और उग्र रहा। दोनों देशों के बीच मिसाइल और ड्रोन हमलों का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा, जिससे जनहानि के साथ-साथ कूटनीतिक संवाद भी ठप पड़ गया है। इजराइली प्रधानमंत्री कार्यालय के अनुसार, शुक्रवार से अब तक ईरान ने 370 बैलिस्टिक मिसाइलें और सैकड़ों ड्रोन इजराइल की ओर दागे हैं, जिनमें 30 ठिकानों को नुकसान पहुंचा है। जवाबी कार्रवाई में इजराइल ने तेहरान, केरमांशाह समेत कई ईरानी शहरों पर हमले किए, जिनमें एक मिसाइल निर्माण इकाई और एक अस्पताल भी क्षतिग्रस्त हुआ। इन हमलों में जहां इजराइल में 24 लोगों की मौत हुई और 592 लोग घायल हुए। घायलों में 10 की हालत नाजुक है। वहीं, ईरानी स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार अब तक के इजराइली हमले में 224 नागरिक मारे गए हैं।

आरोप-प्रत्यारोप और जवाबी कार्रवाई की चेतावनी : इजराइली रक्षा मंत्री इसराइल काट्ज ने ईरानी नेतृत्व को “कायर हत्यारा” करार देते हुए कहा कि “तेहरान के नागरिकों को इसकी कीमत चुकानी होगी और वह समय दूर नहीं।” वहीं, ईरानी राष्ट्रपति मसूद पेज़ेश्कियन ने जवाब दिया कि “इस युद्ध की शुरुआत हमने नहीं की, लेकिन हम हमले के स्तर के अनुसार प्रतिक्रिया जरूर देंगे।” उन्होंने यह भी कहा कि जब तक इजराइल हमले नहीं रोकता, तब तक परमाणु वार्ता में भाग नहीं लिया जाएगा।दोनों देशों की सेनाओं ने सैन्य ठिकानों के निकट क्षेत्रों में नागरिकों को हटाने के आदेश जारी किए हैं। इजराइल ने तेहरान के तीसरे जिले में संभावित हमलों से पहले नागरिकों को तुरंत हटने को कहा है। कनाडा में जी7 शिखर सम्मेलन के दौरान अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने इजराइल-ईरान संघर्ष को लेकर तैयार किए गए साझा शांति बयान पर हस्ताक्षर करने से इनकार कर दिया। सूत्रों के अनुसार, ट्रम्प प्रशासन इस मुद्दे पर अलग रणनीति अपना रहा है। इजराइली हमले के क्रम में ईरान के सरकारी टीवी चैनल पर सीधे प्रसारण के दौरान अचानक जोरदार धमाका हुआ, जिससे एंकर ऑन एयर स्टूडियो छोड़कर भागती नजर आईं। धूल और मलबे के बीच “अल्लाहु अकबर” की आवाजें सुनाई दीं। इसके तुरंत बाद प्रसारण काटकर रिकॉर्डेड कार्यक्रम दिखाए जाने लगे। हमले के बाद ईरानी सरकारी न्यूज वेबसाइट iribnews.ir भी डाउन हो गई है। संयुक्त राष्ट्र में इजराइली राजदूत डैनी डैनन ने हमले को जायज ठहराते हुए कहा कि जो भी ईरानी आतंकवाद में साथ दे रहा है, वह अब टारगेट है।

परमाणु कार्यक्रम पर इजराइली दावा : एक ओर ईरान ने जहां अपने भूमिगत नतांज परमाणु संयंत्र को सुरक्षित बताया है, वहीं, इजराइली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने दावा किया है कि “हमारे हमलों ने ईरान के परमाणु कार्यक्रम को वर्षों पीछे धकेल दिया है।” उन्होंने कहा कि इजराइल का इरादा ईरानी सरकार को गिराने का नहीं है, लेकिन यह युद्ध “उसके पतन की शुरुआत बन सकता है।” ईरान ने ओमान और कतर के माध्यम से अमेरिका से वार्ता के किसी भी प्रस्ताव को ठुकरा दिया है और साफ किया है कि जब तक तेहरान पर हमले जारी हैं, कोई वार्ता नहीं होगी। वहीं, तेहरान में लगातार धमाकों की आवाजें सुनाई दे रही हैं, जबकि ईरानी प्रशासन ने अभी तक ताजा हमलों पर कोई बयान जारी नहीं किया है।