दुनियाभर में एआई के चर्चे हो रहे हैं, वहीं भारत में इसको लेकर कई सारी गलतफहमियां भी है. लोग अफवाहों को सुनकर अपना मनोबल गिरा रहे हैं. वहीं, कुछ लोगों को लग रहा है AI के आने के बाद उनकी नौकरियों पर खतरा मंडराएगा. तो आइए समझते हैं. AI क्या है? भारत में आने के बाद लोगों के रोजगारों पर कितना असर पडे़गा और सरकार क्यों बना रही है इसके लिए सख्त कानून?
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस एक कंप्यूटर विज्ञान की शाखा है जो मशीनों और सॉफ्टवेयर को बुद्धि के साथ विकसित करता है. यह आम इंसानों की तुलना अधिक बुद्धिमान और तेज होता है, इसमें सुनने, बोलने, समझने, लिखने और भी कई सारे कठिन काम को तुरंत करने की क्षमता होती है.
एआई ( Ai ) यानी की आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की वैश्विक रूप से साल 2022 में 25 देशों तक हुई थी. वहीं यह आंकड़ा साल 2023 के मई महीने तक 127 देशों तक पहुंच गई. अब भारत में अपना अगला कदम रखने जा रहा है. भारत सरकार इसे पूरी गंभीरता से ले रही है. बता दें, केंद्रीय इलेक्ट्रॉनिकी और सूचना प्रौद्योगिकी राज्य मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस को सरकार ही रेगुलेट करेगी. इसका पूरा कंट्रॉल सरकार के पास होगा.
चंद्रशेखर ने कहा यह डिजिटल नागरिकों को नुकसान न पहुंचाए इसके लिए सरकार पहले सुनिश्चित करेगी और एआई के लिए नियम बनाएगी. इस नियम के माध्यम से सरकार इसपर नजर रखेगी. केंद्रीय मंत्री ने कहा इसी माह के अंत तक डिजिटल इंडिया बिल और बनाए गए नियमों पर शेयरधारकों के साथ विचार कर सुनिश्चित करेंगे.
Ai के लिए जल्द बनेगा नया पर्सनल डाटा प्रोटेक्शन बिल
केंद्रीय मंत्री ने कहा आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के लिए सही नियम और कानून का होना जरूरी है इसलिए संसद में नया पर्सनल डाटा प्रोटेक्शन बिल को जल्द ही पेश किया जाएगा. बिल पास होने के बाद ही भारत में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का स्वागत होगा. साथ ही उन्होंने कहा इनदिनों इंटरनेट पर साइबर क्राइम और फ्रॉड एक बीमारी की तरह फैल रहा है. ऐसे लोग डिजिटल नागरिकों को अपना शिकार बनाते है अब इनके प्रयासों को सफल नहीं होने देंगे.
उन्होंने कहा भारत में अब तक कुल 85 करोड़ लोग इंटरनेट का इस्तेमाल करते हैं. वहीं, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के आने के बाद सबकुछ ठीक रहा तो इंटरनेट इस्तेमाल करने वाले की संख्या 2025 तक 120 करोड़ होने की उम्मीद लगाई जा सकती है.
क्या Ai आने से नौकरियों पर पड़ेगा असर ?
आधी अधूरी जानकारी होने से लोगों के बीच यह डर बना हुआ है कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के आने से सरकारी और गैर सरकारी जगहों पर मशीन काम करेगा फिर इंसानों का क्या काम रहेगा. अगर आपके जहन में भी ऐसी बातें आ रही हैं तो बता दें, केंद्रीय इलेक्ट्रॉनिकी और सूचना प्रौद्योगिकी राज्य मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने कहा है फिलहाल Ai से नौकरियों को कोई खतरा नहीं है, पर यह ऐसी स्थिति से निपटने में सक्षम नहीं है जहां तर्क और बुद्धिमत्ता की आवश्यकता हो.
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के विषयों पर भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का क्या कहना हैं?
भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के विषय अपनी बात रखते हुए कहा “ भारत के तकनीकी पारिस्थितिक तंत्र को बढ़ाने में एआई की क्षमता वास्तव में विशाल है. वह भी खासकर युवाओं के बीच. हम उन सभी सहयोगी का स्वागत करते हैं, जो हमारे नागरिकों को सशक्त बनाने में डिजिटल बदलाव को गति दे सकते हैं.