विज्ञापन संख्या-49/2023 रद् नहीं होने पर दी उग्र आंदोलन कि चेतवानी
Eksandeshlive Desk
नामकुम: झारखण्ड अधिविद्य परिषद् (जैक) कर्मचारियों ने अपनी मांगों को लेकर शनिवार को कार्यालय परिस के मुख्य द्वार धरना देकर विरोध प्रर्दशन किया। धरना में जैक के समस्त कर्मचारियों ने विरोध करते हुए कहा कि परिषद् सभी नियमों का उल्ख्ंान करते मनमानी तरीके से भर्ती प्रक्रिया का विज्ञापन संख्या-49/2023 को जारी किया गया है, जो खलत है, इसे अविलंब रद् किया जाए। इस पर कर्मचारियों ने कहा कि इसे तत्काल रद् नहीं किया तो उग्र आंदोलन करने चेतवानी दी है। वहीं संबंधित सभी कर्मचारियों ने जैक अध्यक्ष के नाम आवदेन सौपा है।
क्या कर्मचारियों का कहना-
कर्मचारियों ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा वर्ष 2009 में ही परिषद के तृतीय एवं चतुर्थवर्गीय कर्मियों के लिए 352 पद सृजित है। उक्त पदों के विरूद्व पूर्व से कार्यरत सभी कोटि के कर्मियों के साथ-साथ दैनिक कर्मी जो विगत 15-17 वर्षों से कार्यरत है, को समायोजित नहीं किया गया है। कई ऐसे भी कर्मियों को एमएसीपी का लाभ प्रदान किया जाना है, जिसपर कोई भी विचार नहीं किया जा रहा है। ष्कई ऐसे नियमित कर्मी हैं, वहीं जो अपनी 60 वर्षो की सेवा पूरी करने के बाद सेवानिवृत हो चुके हैं, उन्हें भी पंेशनादि का लाभ प्रदान नहीं किया जा रहा है।
इन सभी मांगों को लेकर कई बार परिषद् प्रबंधन से संपर्क स्थापित किया गया, परन्तु इस संदर्भ में कोई कार्रवाई अबतक नहीं की गयी है। आवेदन में कहा गया है की परिषद् में पूर्व से कार्यरत कर्मियों के मांगों को दरकिनार कर नयी नियमित नियुक्ति करना किसी भी तरह से न्यायसंगत नहीं है। इस मौके पर धरना को संबोधित किया अरविन्द टोप्पो, अनुप खलखो, निर्मल महतो, अजीत सिंह, मुकेश सिंह, अनिश मिंज,रतन महतो, अनिता तिर्की, जावेद अहमद, डाॅली कुजूर, जितेंद्र यादव, मनोज सिंह, धमेंद्र यादव सहित अन्य वक्ताओं अपनी मांगों के बातों को रखा।