by sunil
रांची: झारखंड मुक्ति मोर्चा के महासचिव सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा कि भाजपा सांप्रदायिकता और धर्म के बाद अब जाति के आधार पर लोगों को बांटना चाह रही है। झारखंड में भाजपा की ओर से नेताओं को जातीय प्रलोभन दिया जा रहा है। आज ये लोग कुरमी को पूछ रहे, कल यादव को पूछेंगे, परसों ब्रह्मण को पूछेंगे। इसी तरह ये लोग राजूपूत और कायस्थ को भी एक दिन लुभायेंगे। सुप्रियो भट्टाचार्य रविवार को पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। सुप्रियो ने कहा ये लोग किस समाज की बात कर रहे हैं। कैसे झारखंड को तोड़ना चाहते हैं, इसकी बानगी बीजेपी की इस घोषणा में दिखाई पड़ी है। उन्होंने कहा कि इनके एक सांसद लोकसभा में खड़ा होकर झारखंड से संथाल को अलग करने की बात कह चुके हैं। इसे केंद्र शासित राज्य बनाने की बात कह चुके हैं। उन्होंने कहा कि लेकिन समय था तो जमशेदपुर के सांसद विद्युत बरन महतो को इन्होंने मंत्री नहीं बनाया, इसी से भाजपा की कथनी और करनी का पता चलता है। सुप्रियो ने कहा कि भाजपा के लोग हेमंत सरकार के काम और सकारात्मक निर्णयों से इतना डर गये हैं कि पीआईएल दायर कर दिया है। ये लोग महिला सुरक्षा की बात करते हैं लेकिन मिजोरम और मणिपुर में महिलाओं के साथ किस तरह का बर्ताव हो रहा है, इसे अब बताने की जरूरत नहीं है। सुप्रियो ने कहा कि ओडिशा में, जहां बीजेपी की सरकार है और जहां झारखंड के पूर्व सीएम राज्यपाल हैं, वहां सेना के अफसर की मंगेतर के साथ जो दरिंदगी हुई है, उसकी जितनी भी आलोचना की जाये कम है। उन्होंने कहा ओडिशा में 15 सितंबर को एक सेना अधिकारी की मंगेतर के साथ दो पुलिस वालों ने पुलिस स्टेशन में ही अश्लील हरकत की। इसे अब सारा देश जानता है। सुप्रियो ने कहा कि इस महिला के साथ पुलिस स्टेशन में तो जुल्म हुआ ही, रास्ते में भाजपा के गुंडों ने दरिंदगी की। सुप्रियो ने कहा कि बीजेपी खुले तौर पर बोल रही है कि हम इस खास जाति के नेता को केंद्र या राज्य में मंत्री बनायेंगे। ये बोलकर जनता से वोट मांगे जा रहे हैं। झारखंड के मतदाताओं से भाजपा ने यही बात कही है। सुप्रियो ने कहा, यहां जो मूलवासी है, आदिवासी है, अल्पसंख्यक है, वो इनकी बातों में नहीं आने वाले हैं।