बिहार में नीतीश कुमार की महागठबंधन वाली सरकार के कैबिनेट में बदलाव हुआ है. 16 जून को राजभवन में आयोजित शपथ ग्रहण समारोह में राज्यपाल ने जदयू विधायक रत्नेश सदा को मंत्री पद की शपथ दिलाई. इस कार्यक्रम में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उप-मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव मौजूद थे.
बता दें कि जीतन राम मांझी के बेटे संतोष सुमन के इस्तीफे के बाद यह पद खाली हुआ था. ऐसे में नीतीश कुमार ने मुसहर समाज से आने वाले रत्नेश सदा को ही मंत्री पद देकर जातीय समीकरण को भी समेटे रखा है.
सोनबरसा से विधायक हैं रत्नेश सदा
रत्नेश सदा पिछले 11 साल से सोनबरसा विधानसभा सीट से विधायक हैं. और मुसहर समाज में सदा की अच्छी खासी पकड़ मानी जाती है. ऐसे में नीतीश कुमार ने जातीय समीकरण को देखते हुए संतोष सुमन की जगह रत्नेश सदा को मंत्री बनाया है.
साथ रहते तो सूचना बीजेपी तक पहुंचाते : नीतीश कुमार
रत्नेश सदा के मंत्री बनने के बाद नीतीश कुमार ने जीतन राम मांझी पर तंज कसा है. उन्होंने कहा कि वो कहते हैं हमने पार्टी विलय करने को कहा. अच्छा हुआ चले गए साथ रहते तो हमारी सूचना बीजेपी वालों तक पहुंचाते.
जीतनराम मांझी के बेटे हैं संतोष सुमन
नीतीश मंत्रिमंडल से इस्तीफा देने वाले डॉ संतोष सुमन, बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी के बेटे हैं. हालांकि, इस्तीफे के बावजूद जीतनराम कह रहे हैं कि वो नीतीश के साथ हैं. अब देखना होगा कि जीतनराम और उनकी पार्टी कब किसके साथ हाथ मिलाती है.