Eksandeshlive Desk
नई दिल्ली : केंद्रीय कृषि एवं ग्रामीण विकास मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि जीएसटी की नई दरें और स्लैब से कृषि के क्षेत्र में व्यापक पैमाने पर असर दिखाई देगा। इससे विशेष कर छोटे और मंझोले किसानों को बहुत लाभ होगा, कृषि उपकरणों पर जीएसटी दरें कम होने के कारण कृषि की लागत घटेगी और किसानों का मुनाफा बढ़ेगा। शनिवार को मंत्रालय की ओर से जारी विज्ञप्ति में शिवराज सिंह ने कहा कि जैव-कीटनाशक और सूक्ष्म-पोषक तत्वों पर जीएसटी घटाई गई है, जिससे किसानों को लाभ होगा। साथ ही, रासायनिक उर्वरकों से जैव उर्वरकों की तरफ किसानों की प्रवृति निश्चित रूप से बढ़ेगी। डेयरी क्षेत्र में अब दूध और पनीर पर कोई जीएसटी नहीं होगा। इससे आम आदमी को तो लाभ होगा ही, साथ ही किसानों, पशुपालकों और दुग्ध उत्पादकों को भी फायदा मिलेगा। उन्होंने कहा कि हमारा संकल्प है कि खेती में उत्पादन की लागत घटाना और उत्पादन बढ़ाना। उत्पादन बढ़ेगा और लागत घटेगी तो किसान का खेती में मुनाफा बढ़ेगा। जीएसटी में जो सुधार किए गए हैं अगर उन्हें देखें तो उनका बड़ा लाभ देश के किसानों को मिलने वाला है। कुछ कंपनियों ने शुरू कर दिया है। कृषि उपकरण चाहे वो ट्रैक्टर हो, हार्वेस्टर, रोटावेटर हो, अलग-अलग तरह के जो जीएसटी घटाकर 5 प्रतिशत की गई है वो किसान के लिए वरदान सिद्ध होगी। हमारे देश के किसानों की जोत का आकार छोटा है। इसलिए हम कोशिश कर रहे हैं इंटीग्रेटेड फार्मिंग की मतलब खेती के साथ किसान खेती से जुड़े और एलाइड सेक्टर के बाकी काम कुछ न कुछ करे। जैसे पशुपालन, मधुमक्खी पालन, मछली पालन, कृषि वानिकी, भेड़-बकरी पालन, पॉल्ट्री फार्म क्योंकि कृषि और पशुपालन तो एक-दूसरे के पूरक हैं। उस पर भी जीएसटी में जो छूट दी गई है वो भी हमारी खेती और किसानों के लिए वरदान सिद्ध होगी। हस्तशिल्प, चमड़े का सामान, दूध उत्पाद के काम में व्यापक पैमाने पर महिला सेल्फ हेल्प ग्रुप काम कर रहे हैं। जिन्होंने कई बहनों को लखपति दीदी बना दिया है। उनकी ज़िंदगी भी जीएसटी में इस छूट से और बेहतर होगी, आमदनी बढ़ेगी और लखपति दीदी के आंदोलन को भी नई ताकत मिलेगी। उन्होंने जीएसटी सुधारों का एक उदाहरण देकर कहा कि अगर ट्रैक्टर 9 लाख रुपये में आता था तो अब उसपर किसान को 65 हजार रुपये की बचत होगी। इसके साथ डेरी क्षेत्र में अब दूध और पनीर पर कोई जीएसटी नहीं होगा इससे आम आदमी को तो लाभ होगा ही, इसकी मांग भी बढ़ेगी और दूध खरीदकर डेरी उत्पाद तैयार करने वाले भी लाभ में रहेंगे। किसानों को भी सीधा जो दुग्ध उत्पादक, पशुपालक हैं, उनको सीधा फायदा होगा। मक्खन, घी इनपर जीएसटी कम की गई है तो निश्चित तौर पर यह स्वदेशी उत्पाद ज्यादा बिकना प्रारंभ होंगे। दूध के डिब्बों पर भी जीएसटी घटाई गई है, उसका लाभ भी डेरी क्षेत्र को मिलेगा।
अश्विनी वैष्णव ने कहा-जीएसटी में सुधार से देश के 140 करोड़ देशवासियों काे बड़ी राहतः केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री अश्विनी वैष्णव ने वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) सुधारों कोे 140 करोड़ देशवासियों के लिए बड़ी राहत पहुंचाने वाला बताया है।भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) मुख्यालय में शनिवार को पत्रकार वार्ता में वैष्णव ने कहा, “प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की मध्यम वर्ग के प्रति काफी निष्ठा है जाे समय-समय पर हम सभी को दिखाई देती है। उन्हाेंने कराें में बड़ा सुधार करके 12 लाख रुपये तक की आय वाले मध्यम वर्गीय परिवारों को छूट देकर और अब बड़े पैमाने पर जीएसटी में सुधार करके मध्यम वर्ग के परिवारों को बड़ी राहत और तोहफा दिया है।” उन्हाेंने कहा कि जीएसटी में जिस तरह के सुधार हुए हैं उनसेे देश के 140 करोड़ देशवासियाें काे बड़ी राहत मिली है। कांग्रेस पर निशाना साधते हुए वैष्णव ने कहा कि 2014 से पहले कराें का मकड़जाल फैला था जिसके कारण हर वस्तु पर कई तरह के कर लगाकर एक साधारण परिवार , आम आदमी और मध्यम वर्गीय परिवार पर बड़ा बोझ डाल दिया गया था। मंत्री ने कहा, आज जीएसटी में सुधार से देश के जन-जन पर बड़ा प्रभाव पड़ेगा और उन्हें राहत मिलेगी। जरुरत की सारी वस्तुओं पर जीएसटी कम किया गया है। इससे रोटी, कपड़ा और मकान तीनों पर कराें का बोझ कम हुआ है। केंद्रीय मंत्री वैष्णव ने कहा, “आज इलेक्ट्रॉनिक वस्तुओं की कई तरह की चीजें हर घर में उपयोग में लाई जाती हैं और सोलर पैनल से लेकर मोबाइल फोन जैसी वस्तुओं पर जिसतरह से जीएसटी कराें में सुधार हुआ है उससेे इन वस्तुओं पर खर्च से लाेगाें काे राहत मिलेगी।” उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने लालकिले से देश को विश्वास दिलाते हुए जाे संकल्प लिया था उसे उन्होंने वास्तविक रूप में पूरा करके दिखाया है। उन्हाेंने कहा कि 22 तारीख का पहला नवरात्र देश के 140 करोड़ लोगों के लिए नई खुशी लेकर आएगा। इसी दिन से जीएसटी कराें में सुधार लागू हाेंगे।