Eksandeshlive Desk
रांची : मांडू से आजसू पार्टी के विधायक निर्मल महतो बुधवार को विधानसभा के बाहर धरने पर बैठ गए। इस दौरान वह हाथ में जेएसएससी-सीजीएल परीक्षा रद्द की जाए का तख्ती पकड़े हुए थे। दरअसल, हजारीबाग में मंगलवार को जिस तरह से लाठीचार्ज हुआ उसको लेकर निर्मल महतो आक्रोशित हैं। उनका कहना है कि वर्तमान सरकार छात्रों को लेकर संवेदनशील नहीं है। जेएसएससी-सीजीएल परीक्षा रद्द की जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि जेएसएससी-सीजीएल परीक्षा रद्द करनी पड़ेगी नहीं तो झारखंड जलेगा और इसकी जिम्मेदार सरकार की होगी। उन्होंने इस मामले की सीबीआई जांच कराने की मांग की है।
छात्रों पर लाठीचार्ज करके सरकार ने मंशा स्पष्ट कर दी: चंपाई सोरेन
वहीं पूर्व मुख्यमंत्री और भारतीय जनता पार्टी के विधायक चंपाई सोरेन ने हेमंत सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने बुधवार को सोशल मीडिया एक्स पर पोस्ट कर कहा है कि एक कहावत है कि पूत के पांव पालने में ही दिख जाते हैं। इसी तर्ज पर अपने कार्यकाल की शुरुआत में ही न्याय की मांग कर रहे छात्रों पर लाठीचार्ज करके सरकार ने अपनी मंशा स्पष्ट कर दी है। चंपाई सोरेन ने लिखा है कि हमारा स्पष्ट तौर पर मानना है कि यदि नियुक्ति सहित किसी भी सरकारी प्रक्रिया पर सवाल उठ रहे हों, तो सीबीआई जांच के जरिये सरकार इस विवाद का सर्वमान्य हल निकाल सकती है लेकिन जिस प्रकार लाठी के दम पर युवाओं के आंदोलन को कुचलने का प्रयास किया जा रहा है, वह दुर्भाग्यपूर्ण है। उन्होंने कहा कि भाजपा जेएसएससी-सीजीएल परीक्षा में हुई गड़बड़ी के विरोध में आंदोलन कर रहे छात्रों के साथ खड़ी है। झारखंड की अगली पीढ़ी के भविष्य के साथ हो रहे इस खिलवाड़ को बर्दाश्त नहीं किया जायेगा।