झारखंड भाजपा विधायक दल के नेता बाबूलाल मरांडी ट्विटर पर हेमंत सोरेन और राज्य सरकार पर लगातार हमलावर हैं. वहीं, उन्होंने ट्वीट कर हेमंत सोरेन पर कई खड़े किए हैं.
उन्होंने लिखा “राज्य में अरबों रुपये के अवैध कारोबार का खुलासा हुआ. बड़े-बड़े नौकरशाह पकड़े गए, मुख्यमंत्री जी के करीबी (मुख्यमंत्री जी के अनुसार पारिवारिक मित्र) और सुपर दलाल/बिचौलिए धरे गए. अधिकारियों-दलालों और सत्ताधारियों के बीच का पूरा सिंडिकेट राज्य चलाता रहा. मुख्यमंत्री का विधायक प्रतिनिधि संताल परगना में “सुपर सीएम” के रूप में जिला चलाता रहा, वहां के डीसी, एसपी सरकार का नहीं बल्कि पंकज के घरेलू नौकर की तरह काम करते रहे. लेकिन इतनी लानत मलानत के बाद भी हेमंत सोरेन चुप हैं. पत्रकार साथी “लूटकांड” पर कुछ पूछते तो हेमंत से गोलमोल जवाब मिलता है. मेरा सीधा संदेश है हेमंत सोरेन जी के लिए “तू इधर उधर की न बात कर ये बता कि क़ाफ़िला क्यूं लुटा, मुझे रहज़नों से गिला नहीं तिरी रहबरी का सवाल है.”
बता दें कि बीते कल भी बाबूलाल मरांडी ने ट्वीट कर राज्य में बांग्लेदेशी मुसलमानों और संताल पर कई सवाल खड़े किए थे. उन्होंने ये साफ किया था कि अगर राज्य में भाजपा की सरकार बनती है तो झारखंड में एनआरसी लागू की जाएगी.
उन्होंने ट्वीट कर लिखा था “हेमंत सोरेन जी कुम्भकर्णी नींद में हैं और उधर संताल परगना से आदिवासियों का अस्तित्व समाप्त हो रहा है. झामुमो और कांग्रेस की मिलीभगत से यहां बांग्लादेशी घुसपैठियों का आर्थिक – सामाजिक और राजनैतिक वर्चस्व स्थापित हो चुका है. घुसपैठ करने वाले यहां के मूल निवासियों को ही निपटने में लगे हैं. मैं तो यहां लोगों से मिल रहा हूं, उनकी बातें सुनकर आश्चर्य हो रहा है कि राजनीतिक लोभ के लिए अपने ही लोग देश के साथ गद्दारी कर रहे हैं. अगर निष्पक्ष जांच हो तो स्पष्ट हो जाएगा कि घुसपैठियों को हर तरीके से सहयोग करने वाले, उन्हें बसाने वाले, मतदाता बनाने वाले कांग्रेस – झामुमो के लोग हैं. इसलिए एनआरसी लाना है – झारखंड को घुसपैठियों से बचाना है.”