जमीन कारोबारी अनिल यादव हत्याकांड का खुलासा

Crime States

Eksandeshlive Desk

गिरिडीह । जमीन कारोबारी अनिल यादव हत्याकांड का खुलासा गिरिडीह पुलिस ने सिर्फ 10 घंटे में कर लिया है. जबकि हत्याकांड के खिलाफ ही मंगलवार की देर रात भाजपा कार्यकर्ताओं ने शहर के टावर चौक जाम कर दिया था. लिहाजा, पुलिस के भरोसे के बाद जाम हटा दिया गया. जबकि देर रात ही वीडियोग्राफी के बीच देर रात शव का पोस्टमार्टम किया गया. वही दूसरे दिन बुधवार की सुबह भी इसी टावर चौक को जाम कर दिया गया. घटना के तुरंत बाद एसपी दीपक कुमार शर्मा के निर्देश में बनी एसआईटी की टीम में डुमरी एसडीपीओ सुमित प्रसाद, नगर थाना प्रभारी शैलेश प्रसाद, मुफ्फसिल थाना प्रभारी श्याम किशोर महतो और पीरटांड़ थाना प्रभारी ने हत्याकांड में शामिल सरकारी कर्मी बैजू रविदास को दबोचने के साथ उस स्विफ्ट डिजायर गाड़ी को सरिया से जब्त कर लिया. जिसमें अनिल यादव की हत्या कर आरोपी बैजू रविदास उसके शव को एक प्लास्टिक बोरे में बंद कर पीरटांड़ के खुखरा ले गया था, और वही फेंक दिया था.

पुलिस सूत्रों की माने तो आरोपी बैजू रविदास सरिया प्रखंड कार्यालय में पोस्टेड है. और जिस हथियार से मृतक की हत्या गला काटकर हत्या किया गया. उस हथियार को भी जब्त कर लिया गया है. जानकारी के अनुसार मृतक अनिल यादव और हत्या का आरोपी बैजू रविदास का घर अलकापुरी के गली में एक दूसरे से सटा हुआ है. पुलिस सूत्रों की माने तो देर रात एसआईटी की टीम ने सबसे पहले मृतक के पड़ोसी बैजू रविदास के अलकापुरी वाले घर में छापेमारी किया गया. लेकिन वहा नहीं मिलने पर टीम ने उस घर को सील कर दिया. इसके बाद उसके सरिया के घर में छापेमारी कर उसे  दबोचा गया. और स्विफ्ट डिजायर गाड़ी को जब्त कर लिया गया. पूछताछ में आरोपी ने सारा अपराध कबूल कर लिया है की जमीन खरीदारी को लेकर पैसे के लेनदेन में उसने ही अनिल यादव की हत्या किया था.

हालांकि चर्चा इस बात को लेकर भी है की हत्याकांड में बैजू रविदास को और लोगो ने सहयोग किया था. पुलिस सूत्रों की मानें तो अनिल यादव के जमीन कारोबार में बैजू रविदास ही बड़े रकम इन्वेस्ट किया करता था. और इसी पैसे को लेकर ही विवाद हुआ, जिसके बाद आरोपी ने अनिल यादव की हत्या कर उसके शव को खुखरा मोड़ में फेंक दिया. पुलिस के अनुसार जब्त स्विफ्ट डिजायर गाड़ी किसी लुप्पी दास का है जिसके पिता का नाम पुरन दास बताया जा रहा है. फिलहाल ये नही हुआ की लुप्पि दास और आरोपी बैजू रविदास का आपस में क्या संबद्ध है.