Eksandeshlive Desk
रांची : झारखंड साहित्य अकादमी स्थापना संघर्ष समिति द्वारा हिंदी साहित्य, क्षेत्रीय व जनजातीय भाषा एवं संस्कृति को बढ़ावा देने के उद्देश्य से तीसरी बार प्रदेश के पुरोधाओं की स्मृति में स्मृति सम्मान-2025 देने की घोषणा की जाती है ताकि झारखंड में साहित्य अकादमी की स्थापना की दिशा में सरकार का ध्यान आकर्षित किया जा सके। उक्त समिति का लक्ष्य साहित्य को समर्पित संस्था यानी साहित्य अकादमी का गठन, पत्रिका और पुस्तक प्रकाशन के माध्यम से प्रदेश में साहित्य और संस्कृति को बढ़ावा देना है।
झारखंड साहित्य अकादमी स्थापना संघर्ष समिति इसी उद्देश्य को ध्यान में रखकर वर्ष 2025 के लिए हिंदी, क्षेत्रीय व जनजातीय साहित्य एवं संस्कृति के विकास के लिए इस बार शिखर सम्मान के साथ युवा साहित्यकारों को सम्मानित करने का निर्णय लिया है, जिनकी उम्र पचास वर्ष या उससे कम है और जिन्होंने उत्कृष्ट लेखन के साथ इस अभियान को गति देने में सक्रियता व सद्भाव प्रदर्शित किया है। नेतलाल यादव, जो जरीडीह पंचायत के ग्राम नावाडीह के रहने वाले हैं, को खोरठा और हिंदी में सृजन के कारण उच्च कोटि के साहित्यकारों के बीच सम्मान दिया जायेगा। नेतालाल उत्क्रमित प्लस टू उच्च विद्यालय शहरपुरा सियाटांड में शिक्षक हैं और पिछले वर्ष अपने एक काव्य-संग्रह दलदल से उठा आदमी प्रकाशित होने के बाद साहित्यकारों बीच चर्चा में रहे हैं।
सम्मानित होने वाले अन्य साहित्यकार
1 बिरसा मुंडा शिखर सम्मान : अशोक प्रियदर्शी, रांची को समग्र साहित्यिक अवदान के लिए।
2 बिनोद बिहारी महतो स्मृति सम्मान : शेखर मल्लिक, घाटशिला को उत्कृष्ट साहित्य लेखन के लिए।
3 राधाकृष्ण स्मृति सम्मान : रश्मि शर्मा, रांची को कथा लेखन के लिए।
4 डॉ. रामदयाल मुंडा स्मृति सम्मान : रजनी गुप्ता, रामगढ़ को श्रेष्ठ लेखन के लिए।
5 भारत आयावर स्मृति युवा सम्मान : सत्या शर्मा कीर्ति, रांची को समकालीन कविता के लिए।
6 कॉमरेड महेंद्र प्रसाद सिंह स्मृति सम्मान : प्रणव प्रियदर्शी, रांची को साहित्य-पत्रकारिता के लिए।
7 रघुनाथ महतो स्मृति सम्मान : डॉ. सुभाष कुमार यादव, धनबाद को विधा-वैविध्य के लिए।
8 सुशीला सामद स्मृति युवा सम्मान : सुजाता कुमारी को समकालीन कविता के लिए।
9 सृष्टिधर महतो स्मृति युवा सम्मान : गुलांचो कुमारी, हज़ारीबाग को कुड़माली भाषा संस्कृति के साथ हिंदी में समसामयिक लेखन लिए।
10 जगन्नाथ महतो स्मृति युवा सम्मान : डॉ. हराधन कोयरी रांची को पंचपरगनिया साहित्य के लिए।
11 पॉल जूझार सोरेन स्मृति युवा सम्मान : महेंद्र बेसरा दुमका को संथाली हिंदी कविता के लिए।
12 डॉ. डोमन साहू समीर स्मृति युवा सम्मान- रविशंकर शाह, देवघर को अंगिका हिंदी कविता के लिए।
13 भाषामित्र सम्मान : संघमित्रा रायगुरु, रांची को उड़िया हिंदी परस्पर अनुवाद के लिए।
14 नवल सृजन सम्मान : संतोष कुमार शर्मा रांची को नवलेखन के लिए।
15 भाषामित्र सम्मान : चेतना झा, रांची को साहित्यिक पत्रकारिता के लिए।
भविष्य में प्रदेश की और भाषाओं को शामिल करते हुए इसका विस्तार भी किया जायेगा। उक्त सम्मानों के साहित्यकारों का चयन तीन सदस्यीय निर्णायक मंडल के द्वारा किया गया है। इस बार समिति के अध्यक्ष शिरोमणि महतो, महासचिव नीरज नीर के साथ, उपाध्यक्ष विनोदकुमार राज विद्रोही व कोषाध्यक्ष अनिल किशोर सहाय निर्णायक हैं। झारखंड साहित्य अकादमी स्थापना संघर्ष समिति द्वारा सम्मान आगामी माह झारखंड की राजधानी रांची में एक भव्य कार्यक्रम आयोजित कर दिया जायेगा। घोषणा होते ही शिक्षक, मित्र, साहित्यकार सभी उनको बधाई दे रहे हैं। यादव ने संघर्ष समिति के चयनकर्ताओं और शुभचिंतकों के प्रति आभार व्यक्त किया है।