Eksandeshlive Desk
रामगढ़ : रामगढ़, हजारीबाग और रांची जिले के बंद घरों से लाखों की संपत्ति उड़ाने वाले चोर गिरोह का पर्दाफाश हुआ है। रामगढ़ पुलिस ने चोर गिरोह के छह सदस्यों को गिरफ्तार कर कई कांडों का उद्भेदन कर दिया। रविवार को रामगढ़ एसपी अजय कुमार ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बताया कि चोर गिरोह के आतंक को खत्म करने के लिए पुलिस कई महीनों से लगी हुई थी। छह सदस्यों की गिरफ्तारी के बाद आम जनता को राहत मिलेगी। एसपी ने बताया कि रामगढ़ जिले में लगातार हो रही चोरी की घटनाओं के उद्भेदन के लिए एसआईटी गठित की गई थी। एसआईटी ने यह स्पष्ट किया कि ऑनलाइन जुए में हारे हुए लोगों ने चोर गिरोह बनाकर आतंक फैला रखा था।
शातिर चोर गिरोह लगातार उन घरों को निशाना बना रहे थे जो बंद थे। इसी दौरान बरकाकाना ओपी क्षेत्र में लगे सीसीटीवी कैमरे में चोर गिरोह और चोरी में प्रयुक्त होने वाला बाइक कैद हो गया। मोटरसाइकिल (जेएच 24 जे 0823) का सत्यापन किया गया तो वह कुजू ओपी क्षेत्र के सुंदरियाबांध निवासी राजेश प्रसाद केसरी के पुत्र प्रिंस कुमार केसरी के नाम पर निकला।प्रिंस से पूछताछ हुई तो उसने बताया कि वह बाइक उसका बड़ा भाई संदीप कुमार केसरी इस्तेमाल करता है। इस सूचना के बाद पुलिस को पहली लीड मिली और संदीप कुमार केसरी को गिरफ्तार किया गया। पुलिस ने जब संदीप केसरी से पूछताछ शुरू की तो वह बहुत जल्द ही टूट गया। उसने सीसीटीवी में कैद वीडियो और फोटो को देखकर अपने गिरोह के अन्य सदस्यों का पर्दाफाश कर दिया। उसकी निशानदेही पर पांच अन्य लोगों को गिरफ्तार किया गया। संदीप केसरी के अलावा गिरफ्तार लोगों में सुंदरिया बांध कुजू निवासी जागेश्वर कुमार, अनुज कुमार, कुजू मुरपा बस्ती निवासी राजीव कुमार, करमा अंसारी टोला निवासी कमर रज़ा, शिवपुरी कॉलोनी चटनियां बस्ती निवासी सौरभ शर्मा शामिल हैं।
संदीप केसरी ने पुलिस को बताया कि 5 मई को बरकाकाना ओपी क्षेत्र में वह अपने सहयोगियों के साथ चोरी करने गया था। उसने पुलिस को बताया कि हम लोग एक गिरोह के रूप में चोरी की घटना को अंजाम देते है। चोरी के सामानों को आपस में बांट लेते है। गिरोह का सरगना रांची में रहता है। गिरोह के द्वारा योजना बनाकर रांची, हजारीबाग एवं रामगढ़ जिले के विभिन्न बंद पड़े घरों में चोरी की घटना को अंजाम दिया गया। गिरफ्तार चोरों के पास से पुलिस ने चोरी का सोने का लोकेट, चांदी का सिक्का, जूता और चोरी में प्रयोग करने वाला औजार बरामद किया गया है। इसके अलावा छह मोबाइल फोन, एक जोड़ा जूता, एक ईयर बड, चोरी में प्रयुक्त होने वाला पेचकस, लोहे का सब्बल आदि भी जब्त किया गया है। छापेमारी दल में रामगढ़ एसडीपीओ परमेश्वर प्रसाद, मांडू सर्किल इंस्पेक्टर सुरेश लिंडा, टेक्निकल सेल प्रभारी रजत कुमार, कुजू ओपी प्रभारी आशुतोष कुमार सिंह, वेस्ट बोकारो ओपी प्रभारी दीपक कुमार, मांडू थाना प्रभारी सदानंद कुमार आदि शामिल थे।
एसपी अजय कुमार ने बताया कि चोर गिरोह का सरगना रांची में रहता है। उसके साथ रामगढ़ जिले के भी कई लोग संपर्क में थे। यह सभी ऑनलाइन गेम में पैसा लगाते थे। जुए में इन लोगों को चूना लगा, तो वे लोग कर्ज में डूब गए। सभी लोगों ने मिलकर चोर गिरोह बनाया। मुख्य सरगना रांची में रहता है और एक्सयूवी 500 पर सवार होकर घूमता है। एसपी ने यह भी बताया कि गिरोह के सदस्यों के द्वारा उन घरों की रेकी की जाती थी जो बंद होते थे। जैसे ही सरगना को इसकी जानकारी होती थी वह घटनास्थल पर आता था। यह गिरोह चोरी में इतना माहिर हो गया था, कि आधे घंटे में ही पूरा घर खाली कर निकल जाता था। रामगढ़, हजारीबाग और रांची में अब तक हुए दर्जनों चोरी की घटनाओं में इस गिरोह ने अपनी संलिप्तता स्वीकार की है। मुख्य सरगना को गिरफ्तार करने के लिए छापेमारी जारी है।