केदारनाथ हेलीकॉप्टर हादसे पर डीजीसीए सख्त, चारधाम यात्रा में आर्यन एविएशन की उड़ानों पर रोक

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Eksandeshlive Desk

नई दिल्ली : केदारनाथ में आर्यन एविएशन का बेल 407 हेलीकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त होने के बाद नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (डीजीसीए) ने तत्काल सख्त निर्देश जारी किए हैं। हादसे की गंभीरता को देखते हुए चारधाम यात्रा में आर्यन एविएशन की सभी सेवाएं तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दी गई हैं। इसके साथ ही दो अन्य हेलीकॉप्टर पायलटों के लाइसेंस छह माह के लिए निलंबित कर दिए गए हैं, जिन्होंने खराब मौसम में भी उड़ान भरी थी। नागरिक उड्डयन मंत्रालय के अनुसार डीजीसीए ने 15 और 16 जून को पूरे क्षेत्र में सभी चार्टर और शटल हेलीकॉप्टर उड़ानों पर रोक लगा दी है। इसके अलावा केदारनाथ घाटी में अब डीजीसीए के अधिकारी तैनात रहेंगे, जो हर उड़ान की निगरानी करेंगे और सुरक्षा तथा मौसम संबंधी नियमों के अनुपालन को सुनिश्चित करेंगे।

प्रारंभिक रिपोर्टों में हेलीकॉप्टर हादसे का संभावित कारण ‘कंट्रोल्ड फ्लाइट इंटू टेरेन’ (सीएफआईटी) बताया जा रहा है। रिपोर्टों के अनुसार हेलीकॉप्टर उस समय उड़ान पर था, जब घाटी में घने बादल और बहुत कम दृश्यता थी। ऐसी स्थिति में उड़ान भरना जोखिम भरा माना जाता है, लेकिन नियमों के बावजूद उड़ान जारी रखी गई। घटना के तुरंत बाद राहत और बचाव दल एनडीआरएफ और एसडीआरएफ को मौके पर रवाना किया गया। हेलीकॉप्टर के मलबे की पहचान की जा चुकी है। सरकार ने स्पष्ट किया है कि मानव जीवन की सुरक्षा सर्वोपरि है और इसके लिए उड़ानों में कोई लापरवाही नहीं बरती जाएगी। भविष्य में ऐसी घटनाओं से बचने के लिए सरकार ने कई सुधारात्मक कदम उठाए हैं। उत्तराखंड नागरिक उड्डयन विकास प्राधिकरण (यूकाडा) को सभी ऑपरेटरों और पायलटों के साथ विस्तृत समीक्षा बैठक आयोजित करने का निर्देश दिया गया है। इसके साथ ही एक नया नियंत्रण कक्ष स्थापित किया जाएगा, जो उड़ानों की वास्तविक समय में निगरानी करके किसी भी खतरे की स्थिति में तुरंत कार्रवाई सुनिश्चित करेगा।