Eksandeshlive Desk
रांची : झारखंड विधानसभा में मंगलवार को अतिवृष्टि पर चर्चा के दौरान यूरिया की किल्लत से किसानों हो रही परेशानी पर झामुमो विधायक उदय शंकर सिंह ने सरकार का ध्यान आकृष्ट कराया। उन्होंने कहा कि राज्य में यूरिया की किल्लत से किसानों को भारी परेशानी हो रही है। इसके जवाब में कृषि मंत्री शिल्पी नेहा तिर्की ने कहा कि राज्य में यूरिया की किल्लत की वजह केंद्र सरकार की नीतियां और यूरिया को लेकर चीन पर निर्भरता है। उन्होंने सदन को बताया कि राज्य को 1.7 लाख मीट्रिक टन यूरिया की जरूरत थी, लेकिन लक्ष्य के अनुरूप काफी कम यूरिया उपलब्ध करा गया है।
आपूर्ति प्रभावित होने से किसानों को परेशानी : मंत्री ने कहा कि आपूर्ति प्रभावित होने से किसानों को परेशानी हो रही है, लेकिन कालाबाजारी रोकने के लिए सरकार की ओर से कडे कदम उठाए जा रहे हैं और अब तक इसे लेकर दो एफआईआर भी दर्ज की गई है। वहीं मंत्री ने कहा कि जलवायु परिवर्तन का असर झारखंड पर भी पड़ा है। इस वर्ष झारखंड में 760 मिमी बारिश दर्ज की गई, जो पिछले साल से 70 प्रतिशत अधिक है। सरायकेला में 240 प्रतिशत और खूंटी में 195 प्रतिशत अधिक बारिश हुई है। धान की फसल को 10 प्रतिशत नुकसान और मोटे अनाजों को उससे भी ज्यादा क्षति पहुंची है। उन्होंने आश्वस्त किया कि किसानों की समस्याओं को लेकर राज्य सरकार संवेदनशील है और प्रभावित किसानों को मुआवजा दिया जाएगा। फिलहाल राज्य सरकार की ओर से बिरसा फसल योजना चलाई जा रही है ताकि किसानों को राहत मिल सके।
विधायक नवीन जायसवाल ने सवाल उठाया : चर्चा के दौरान विधायक नवीन जायसवाल ने किसानों को मिलने वाली पांच हजार रुपये की सहायता बंद किए जाने पर सवाल उठाया। इस पर सदन में पक्ष-विपक्ष के बीच हंगामा हुआ। मंत्री ने पलटवार करते हुए कहा कि सदन में सत्तापक्ष के सदस्य जब भी बोलने के लिए खड़े होते हैं, विपक्ष जानबूझकर बोलने नहीं देता। सरकार किसानों के हितों के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है।इसके साथ विधानसभा अध्यक्ष रबींद्र नाथ महतो ने सदन की कार्रवाही गुरुवार की सुबह 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दी।