खेलों के विकास के लिए डीएमएफटी फंड के माध्यम से संसाधनों का उपयोग किया जाएगा : मंत्री

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Eksandeshlive Desk

पश्चिम सिंहभूम : चाईबासा में जिला ओलंपिक संघ की वार्षिक आम बैठक संपन्न, खिलाड़ियों के सम्मान और खेल अवसंरचना के विकास पर हुआ मंथन चाईबासा। पश्चिम सिंहभूम जिला स्थित चाईबासा के बिरसा मुंडा इंडोर स्टेडियम परिसर में पश्चिमी सिंहभूम जिला ओलंपिक संघ की वार्षिक आम बैठक का आयोजन रविवार को उत्साहपूर्वक किया गया। इस बैठक में मुख्य संरक्षक के रूप में झारखंड सरकार के राजस्व, निबंधन एवं भूमि सुधार तथा परिवहन विभाग के मंत्री दीपक बिरूवा विशेष रूप से उपस्थित रहे। बैठक की अध्यक्षता ओलंपिक संघ के अध्यक्ष नितिन प्रकाश ने की, जबकि महासचिव अजय कुमार नायक ने संघ का वार्षिक आय-व्यय विवरण प्रस्तुत करते हुए वर्ष 2024-25 में खिलाड़ियों द्वारा राज्य और राष्ट्रीय स्तर पर हासिल उपलब्धियों का ब्योरा साझा किया।

बैठक में सर्वसम्मति से यह निर्णय लिया गया कि आगामी 31 अगस्त को राष्ट्रीय खेल दिवस के अवसर पर विभिन्न खेल प्रतियोगिताओं जैसे एसजीएफआई, विश्वविद्यालय स्तरीय और खेलो इंडिया जैसे मंचों पर पदक जीतने वाले जिले के खिलाड़ियों को सम्मानित किया जाएगा। इसके अलावा आगामी 1 से 15 दिसंबर के बीच जिला स्कूल गेम्स के आयोजन की घोषणा भी की गई, जिसकी विस्तृत योजना ओलंपिक संघ की ओर से तैयार की जाएगी। बैठक में उपस्थित विभिन्न खेल संघों के पदाधिकारियों ने मंत्री दीपक बिरूवा के समक्ष चाईबासा में मेगा स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स की आवश्यकता के साथ-साथ हॉकी के लिए एस्ट्रोटर्फ मैदान, रग्बी मैदान, वॉलीबॉल और बास्केटबॉल कोर्ट, तथा योग प्रशिक्षण के लिए इंडोर स्टेडियम में पृथक कक्ष की व्यवस्था की मांग रखी। मंत्री ने भरोसा दिलाया कि चाईबासा क्षेत्र में 22 एकड़ भूमि की पहचान की जा रही है और जल्द ही उस पर खेल परिसर निर्माण की प्रक्रिया शुरू होगी। उन्होंने यह भी कहा कि खेलों के विकास के लिए डीएमएफटी फंड के माध्यम से संसाधनों का उपयोग किया जाएगा, ताकि जिले के खिलाड़ियों को बेहतर सुविधाएं मिल सकें। अध्यक्ष नितिन प्रकाश ने कहा कि पश्चिमी सिंहभूम में खेल प्रतिभाओं की कोई कमी नहीं है, बल्कि संसाधनों की आवश्यकता है। उन्होंने यह भी आश्वस्त किया कि ओलंपिक संघ खिलाड़ियों के विकास और बड़े स्तर पर खेल सुविधाओं के निर्माण के लिए हमेशा तत्पर रहेगा। संघ खिलाड़ियों को हर संभव सहयोग देगा और उनकी समस्याओं के समाधान में कभी पीछे नहीं हटेगा।

इस बैठक के दौरान संगठन को और मजबूत बनाने के लिए कार्यकारिणी में फेरबदल किया गया और सर्वसम्मति से नई टीम का गठन हुआ, जिसमें संरक्षक के रूप में मुकुंद रूंगटा, जगत माझी और अनिल खिरवाल को जिम्मेदारी दी गई। वरीय उपाध्यक्ष के रूप में मधूसुदन अग्रवाल, नीरज संदवार, गौरीशंकर महतो और पंकज चिरानिया चुने गए। उपाध्यक्ष के पद पर बलराज हिंदवार, अनुराग शर्मा, पंकज कुमार सिंह, कश्मीर कांडेयांग और गंगाधर नाग को शामिल किया गया। महासचिव के रूप में अजय कुमार नायक यथावत बने रहे। संयुक्त सचिव पद पर बसंत खंडेलवाल, संजय चौबे, नरेश हेस्सा, मुकेश मोदी, पिंटू अग्रवाल, मानकी कुदादा, ओंकार महतो और गुलांची बांदा को चुना गया। कोषाध्यक्ष की जिम्मेदारी दीपक पासवान को सौंपी गई। कार्यकारिणी सदस्य के रूप में संजीव कुमार बाहंदा, महर्षि महेंद्र सिंकु सहित अन्य को शामिल किया गया। बैठक में जिले के सभी खेल संघों के अध्यक्ष, सचिव और प्रतिनिधि उपस्थित रहे। सभी ने एकमत से खेलों के विकास और खिलाड़ियों को उचित सम्मान एवं संसाधन उपलब्ध कराने की दिशा में सामूहिक प्रयास करने का संकल्प लिया। यह बैठक जिले में खेल संस्कृति को सशक्त बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल साबित हुई।