कम प्राकृतिक संसाधनों में अधिक उत्पादन के लिए रणनीति विकसित करें वैज्ञानिक : राज्यपाल

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बीएयू ने 44 वां स्थापना दिवस समारोह धूमधाम से मनाया
by sunil Verma

रांची: राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन ने कहा कि कृषि के बिना किसी संस्कृति का अस्तित्व नहीं रहेगा इसलिए कृषि, किसान और गांवों की बेहतरी के लिए सबको मिलकर काम करने की जरूरत है । आनेवाले समय में कम भूमि, कम पानी और कम प्राकृतिक संसाधन के साथ ही ज्यादा उत्पादन करने की चुनौती सामने आएगी जिसके लिए वैज्ञानिकों को कमर कसनी है और रणनीति विकसित करनी है । बुधवार को बिरसा कृषि विश्वविद्यालय के 44वें स्थापना दिवस समारोह को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि हम जो भी करें वह राष्ट्र का काम समझकर करें, न कि किसी संस्थान, क्षेत्र, राज्य या समूह विशेष का कार्य समझकर देश बढेगा तो सभी बढ़ेंगे क राज्यपाल ने हमेशा सकारात्मक रहने पर जोर देते हुए कहा कि सभी संस्थानों को मानव संसाधन सहित सुविधाओं की कमी है, कोई भी समस्याओं से मुक्त नहीं है। समस्याओं से गुजरते हुए सीमित संसाधनों के साथ भी हमको अपना सर्वोत्तम देना चाहिये । उन्होंने कहा कि वह कुलपतियों को अधिक से अधिक शक्ति और स्वायत्तता देने के पक्षधर हैं । राजेंद्र चिकित्सा विज्ञान संस्थान (रिम्स), रांची के निदेशक एवं सीइओ डॉ राजकुमार ने कहा कि ह्रदय रोग, सड़क दुर्घटना और कैंसर के साथ-साथ खाद्य पदार्थों में मिलावट एवं घातक रसायनों का अंश होना मौत का प्रमुख कारण बनता जा रहा है। उन्होंने कहा कि नियमित व्यायाम, शारीरिक वजन प्रबंधन और ताजे फल-सब्जियों के समुचित उपभोग से कैंसर होने की संभावना को कम किया जा सकता है । भारतीय कृषि जैवप्रौद्योगिकी संस्थान, नामकुम के निदेशक डॉ सुजय रक्षित ने कहा की स्थापना दिवस का अवसर उपलब्धियों के सिंहावलोकन के साथ-साथ संस्थान के समक्ष उपस्थित चुनौतियों के आकलन और उनसे निबटने के रोड माप पर चिंतन करने का भी है।बीएयू के कुलपति डॉ एससी दूबे ने स्वागत भाषण करते हुए विश्वविद्यालय की उपलब्धियों पर प्रकाश डाला। राज्यपाल ने विश्वविद्यालय के वार्षिक रिपोर्ट तथा प्रो. एनसी दास की पुस्तक एंट्रेप्रेनुरल डिजाइन्स फॉर स्टार्ट अप्स का लोकार्पण किया ।
किया गया कर्मियों को सम्मानित
80 वर्ष से अधिक उम्र के 6 कर्मियों- डॉ डीके ठाकुर, डॉ डीके मुखर्जी, डॉ डीके झा, ध्रुव राज महतो, सुकरी मेहतरानी तथा अर्जुन प्रसाद को सम्मानित किया। अपनी मानवतावादी संवेदना के साथ राज्यपाल ने अपना मेमेंटो मंच से नीचे आकर सुकरी मेहतरानी को सौंप दिया। स्थापना दिवस पर शिक्षकों के लिए आयोजित निबंध प्रतियोगिता में कृषि महाविद्यालय, गढ़वा के डॉ एंजल दीपक शयनराव को प्रथम, पशुचिकित्सा महाविद्यालय, रांची की डॉ पुनीता कुमारी को द्वितीय तथा बागवानी महाविद्यालय, खूंटपानी, चाईबासा के डॉ शेखर साहू को तृतीय पुरस्कार प्राप्त हुआ क शिक्षकेतर कर्मियों हेतु आयोजित निबंध प्रतियोगिता में कृषि महाविद्यालय, गढ़वा के आकाश कुमार गुप्ता को प्रथम, कुलसचिव कार्यालय की भारती कुमारी को द्वितीय तथा वानिकी महाविद्यालय के अमरेन्द्र कुमार वर्मा को तृतीय पुरस्कार प्राप्त हुआ । अंतरस्नातक विद्यार्थियों के लिए आयोजित आॅन द स्पॉट निबंध प्रतियोगिता में तिलका मांझी कृषि महाविद्यालय की तनुश्री ने प्रथम, यशी ने द्वितीय तथा प्रेरणा भारती ने तृतीय स्थान प्राप्त किया क इसी प्रकार स्नातकोत्तर छात्र-छात्राओं के लिए आयोजित निबंध प्रतियोगिता में वानिकी महाविद्यालय की जेबा सदफ ने को प्रत्रहम, गुलाम मुर्तजा को द्वितीय तथा हसन शौफीक को तृतीय पुरस्कार मिला क नवोन्मेषी कृषि के लिए चार किसानों, पलामू के कपिलदेव ठाकुर, पूर्वी सिंहभूम के अमित कुमार महतो, चतरा के बीरेंद्र कुमार तथा बोकारो की संगीता देवी को सम्मानित किया गया।