कोर्ट के आदेश पर तेजस्वी बोले- हम भाजपा से लड़ेंगे, रविशंकर ने पूछा- ऐसे कैसे बदलेंगे बिहार

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Eksandeshlive Desk

नई दिल्ली : बिहार चुनाव के बीच कथित आईआरसीटीसी घोटाले में दिल्ली के राऊज एवेन्यू कोर्ट के आरोप तय करने के आदेश को राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के नेता तेजस्वी यादव ने बिहार चुनाव से पहले पार्टी पर हमला बताया है। इस पर पूर्व केंद्रीय विधि मंत्री एवं भाजपा के वरिष्ठ नेता रविशंकर प्रसाद ने तेजस्वी से पूछा कि वह बिहार बदलने का वादा करते हैं, लेकिन आईपीसी की धारा 420 उन पर लगी है। उसके साथ वह कैसे बिहार बदलेंगे? तेजस्वी ने यहां पत्रकारों से कहा कि हम तो पहले ही कई दिनों से कह रहे थे कि अब चुनाव आया है तो इस तरह की चीजें होंगी। हम मुकदमे का सामना करेंगे। तूफानों से लड़ने में मजा ही कुछ और है। हमने हमेशा संघर्ष के पथ को चुना है। हम अच्छे मुसाफिर भी बनेंगे और मंजिल पर भी पहुंचेंगे। बिहार की जनता समझदार है। वह सब जानती है कि क्या हो रहा है। जिस व्यक्ति (लालू यादव) ने 90 हजार करोड़ रुपये का मुनाफा रेलवे को दिया, हर बजट में किराया कम किया, ऐतिहासिक रेल मंत्री के रूप में जाने गए, तो बिहार के लोग जानते हैं, देश के लोग जानते हैं कि सच्चाई क्या है। जब तक भाजपा रहेगी और मेरी उम्र रहेगी, हम भाजपा से लड़ते रहेंगे।

कांग्रेस ने कहा- इसका बिहार चुनावों पर कोई फर्क नहीं पड़ेगा, हम 100 फीसदी तेजस्वी यादव के साथ : वहीं, भाजपा नेता रविशंकर प्रसाद ने पत्रकार वार्ता में कहा कि आज अदालत ने राजद प्रमुख लालू यादव, उनके बेटे तेजस्वी यादव, उनकी पत्नी और बिहार की पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी के खिलाफ आरोप तय कर दिए हैं। आरोप गंभीर हैं। सरकारी संपत्तियों के आवंटन में भ्रष्टाचार, षडयंत्र, बेईमानी, और इसमें 420 भी शामिल है। इसका मतलब है कि तेजस्वी यादव एक सक्षम अदालत द्वारा अपने खिलाफ तय किए गए 420 के आरोप के साथ बिहार को बदलने के लिए तैयार हैं। अगर उनकी यही छवि है और अदालत ने उन पर ये आरोप तय कर दिए हैं, तो वे कैसा बिहार बनाएंगे? मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा कि कुशासन, करप्शन और क्राइम का जो कुनबा है वह एक बार फिर कानून के हत्थे चढ़ा है। ये पूरा कुनबा गठबंधन करके राज्य में फिर से कुशासन लाने का सोच रहा हो तो उस पर जनता तो अपना फैसला सुनाएगी ही, कानून भी अपना काम कर रहा है। भाजपा आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय ने कहा कि भ्रष्टाचार का यह सिलसिला बताता है कि सत्ता और अवसर जब लालू परिवार के हाथ में हों, तो गरीबों की जमीन से लेकर सरकारी संस्थान तक, कोई सुरक्षित नहीं रहता। भाजपा सांसद मनोज तिवारी ने कहा कि यह एक पुराना मामला है और यह चौंकाने वाला है कि राजद नेताओं ने नौकरी के बदले ज़मीन ली। नौकरी के बदले ज़मीन मांगना भ्रष्टाचार का एक अनोखा रूप है। अगर आरोप साबित होते हैं तो यह बड़ी खबर होगी। उन्हें अपनी बेगुनाही बताने के लिए काफी समय मिला। फिर भी आरोप तय करने के लिए केस चलेगा। कांग्रेस नेता शकील अहमद खान ने कहा कि इसका बिहार चुनावों पर कोई फर्क नहीं पड़ेगा। हम 100 फीसदी तेजस्वी यादव के साथ हैं। उल्लेखनीय है कि कथित आईआरसीटीसी घोटाले में लालू, राबड़ी और तेजस्वी को राउज एवेन्यू कोर्ट ने आरोप तय करने के आदेश दिए। कोर्ट ने कहा कि प्रथम दृष्टया यह साबित होता है कि लालू के रेल मंत्री रहने के दौरान हुए सौदे में उनके परिवार को सीधा लाभ मिला। लालू पर आईपीसी की धारा 420, 120बी के साथ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की धारा 13(2) व 13(1)(डी) के तहत आरोप तय किए गए हैं, जबकि राबड़ी और तेजस्वी पर आईपीसी की धारा 120बी और 420 के तहत ट्रायल चलेगा।

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